बाद में लोगों को पता चला कि यह बच्ची का शव था। इस घटना को जितने भी लोगों ने देखा वे खौफजदा हो गए। हालांकि आसपास रहने वालों का कहना था कि यह कोई नई घटना नहीं है। आए दिन आवारा कुत्ते कब्रिस्तान में जाकर बच्चों के शवों को निकालकर खा लेते हैं। बहरहाल इस घटना की जानकारी लोगों ने डायल 100 को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने बचे हुए शव को जब्त कर उसे पीएम के लिए जिला अस्पताल भेजा।
गर्भ में ही हो गई थी मौत
पुलिस ने बच्ची की शिनाख्त उसके पेट में लगे टैग के आधार पर की। जांच में मालूम चला कि यह बच्ची जिला अस्पताल में जन्मी थी। पुलिस को अस्पताल के गायनी विभाग से पता चला कि बच्ची एक दिन पहले मृत पैदा हुई थी। प्रीमैच्योर होने के कारण गर्भ में ही बच्ची की मौत हो गई थी। पुलिस ने शव की शिनाख्त चकेरी विनेका थाना बहेरिया निवासी राकेश पाल की बेटी के रूप में की। पुलिस ने परिजन को तत्काल सूचना देकर चौकी बुलाया, जहां राकेश पाल ने बताया कि उन्होंने एक दिन पहले उसे कब्रिस्तान में दफनाया था।
30 वर्ष से यही हालात, कुत्ते शवों को खोदकर निकाल लेते थे
नवजात बच्ची के शव को जब पुलिस ने जब्त किया तो बच्ची का सिर गायब था। साथ ही उसके दोनों हाथ भी नहीं थे। कुत्तों के झुंड ने सिर व हाथों को अपनी खुराक बना लिया था। नजदीक संचालित होटल के एक कर्मचारी ने बताया कि 30 साल से यह स्थिति बनी हुई है। पहले यहां मकान नहीं बने थे। शव मेन रोड तक दफनाए जाते थे। एेसे में कुत्ते आए दिन शवों को खोदकर निकाल लेते थे और उन्हें खा लिया करते थे।