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डीआरएम ने कहा वाटर स्टैंड का पानी नाली में कैसे जाएगा, जवाब देने की जगह बगले झांकने लगे अधिकारी

रेलवे स्टेशन और रेलवे लाइन दोहरीकरण के कार्य का डीआरएम ने किया निरीक्षण, रेलवे स्टेशन और रेलवे लाइन दोहरीकरण के कार्य का डीआरएम ने किया निरीक्षण, दिए दिशा—निर्देश

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DRM inspected the work of doubling railway station and railway line.

निरीक्षण करते हुए डीआरएम

बीना. मंडल रेल प्रबंधक ने भोपाल-बीना रेल खंड और बीना रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया। इस दौरान यात्री सुविधाएं देखीं और गंदगी को लेकर नाराजगी जताई। उन्होंने मालखेड़ी-महादेवखेड़ी लाइन का भी निरीक्षण किया।
मंडल रेल प्रबंधक देवाशीष त्रिपाठी ने गुरुवार को रेलवे स्टेशन व महादेवखेड़ी-मालखेड़ी में इंटरलॉकिंग कार्य की प्रगति का जायजा लिया। वह दोपहर साढ़े बारह बजे स्टेशन पहुंचे। सबसे पहले दो नंबर प्लेटफॉर्म पर डे्रेनेज सिस्टम सही नहीं होने पर अधिकारियों की क्लास ली, जिसपर स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि ढाल सही नहीं होने के कारण नाली से पानी की निकासी सही ढंग से नहीं हो पा रही है। इसके बाद वह तीन नंबर प्लेटफॉर्म पर पहुंचे, जहां पर लगे नए स्टील वाटर स्टैंड में पानी की निकासी के लिए जगह नहीं होने पर अधिकारियों से पूछा कि स्टैंड से पानी नाली में कैसे जाएगा। इस दौरान वहां मौजूद एक भी अधिकारी इसका सही जवाब नहीं दे सका और एक-दूसरे से सलाह लेते दिखाई दिए। निरीक्षण के दौरान मंडल रेल प्रबंधक के साथ वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सौरभ कटारिया, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर (समन्वय) ऋतुराज शर्मा, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर (मध्य) महेंद्र सिंह, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर (उत्तर) नरेन्द्र लोधी, वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर (सामान्य) संजय मानोरिया, वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी रविन्द्र शर्मा, वरिष्ठ मंडल संकेत एवं दूर संचार इंजीनियर (समन्वय) दिनेश कलमे, वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक निरिश राजपूत, स्टेशन प्रबंधक संतोष शर्मा, डीसीआइ आशीष उपाध्याय, स्टेशन प्रबंधक वाणिज्य सुशील पांडे, आरपीएफ डीआइ कमल सिंह सहित अधिकारी व पर्यवेक्षक कर्मचारी शामिल रहे।

सफाई कार्य पर जताई नाराजगी
पिछले दिनों जब स्टेशन पर इंप्रेस्ट से काम किया जाता था तो सफाई दिखाई देती थी, लेकिन जब से नया टेंडर सफाई कंपनी का किया गया है तब से लगातार सफाई व्यवस्था बिगड़ती जा रही है। स्टेशन पर गंदगी को देखकर उन्होंने अधिकारियों को फटकार लगाई और कहा कि यदि सफाई व्यस्वथा सही नहीं हुई तो सख्त निर्णय लेकर कार्रवाई करेंगे।

नए स्टेशन लेआउट को देखा
बीना स्टेशन पर चल रहे निर्माण कार्यों व नई स्टेशन भवन के ले-आउट को भी देखा। इस दौरान उन्होंने संबंधित अधिकारियों द्वारा स्टेशन पर हो रहे आधारभूत संरचना के कार्यों के बारे में जानकारी ली।

यहां भी किया निरीक्षण
डीआरएम खानपान स्टॉल, आरक्षण कार्यालय, यात्री प्रतीक्षालय, प्लेटफॉर्म, सर्कुलेटिंग एरिया, फुट ओवरब्रिज का निरीक्षण किया। इसके अलावा एकीकृत ड्राइवर एवं गार्ड क्रू लॉबी का निरीक्षण किया, जिसमें लोको पायलट, सहायक लोको पायलट, ट्रेन परिचालन से जुड़े रेलकर्मियों, ट्रेन मैनेजर एवं संरक्षा से संबंधित रेलकर्मियों से चर्चा करके उनकी समस्याएं भी सुनी।

रेलवे अस्पताल पहुंचकर की मरीजों से चर्चा
डीआरएम ने रेलवे अस्पताल का भी निरीक्षण कर उपलब्ध चिकित्सा सुविधाओं, साफ-सफाई, दवाओं की उपलब्धता की जांच की। उन्होंने अस्पताल में मौजूद मरीजों से बातचीत कर उनकी समस्याओं को सुना और अधिकारियों को जल्द समाधान के निर्देश दिए।

मालखेड़ी-महादेवखेड़ी लाइन पर चल रहे कार्य की प्रगति देखी
उन्होंने महादेवखेड़ी स्टेशन पहुंचकर वहां रेल लाइन दोहरीकरण कार्य की प्रगति देखी। इस दौरान इंटरलॉकिंग कार्य की प्रगति की समीक्षा की और अधिकारियों को काम में तेजी लाने के लिए निर्देशित किया।

रेलवे यूनियन ने सौंपा ज्ञापन
इस दौरान वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन के दोनों ब्रांच ने मांगों को लेकर ज्ञापन भी सौंपा। सहायक सचिव आरके जैन ने बताया कि ज्ञापन के माध्यम से डीआरएम से मांग की गई है कि रेलवे आवासों में गर्मी के समय में पाइप लाइन में लीकेज होने के कारण पर्याप्त पानी नहीं पहुंच रहा है। आवास अत्यधिक पुराने हो चुके हैं, जिसमें रेलकर्मी असुरक्षित हैं। जो रेल आवास खंडहर हो चुके हैं उनमें आसामाजिक तत्व निवास करने लगते हैं, जिन्हें तोड़कर नए आवास बनाए जाएं। इसके अलावा भी अन्य मांगें शामिल हैं। ज्ञापन सौंपने वालों में संतोष सैनी, नवनीत सिरोठिया, सचिन सोलंकी, विरल यादव, राहुल बुंदेला, रवि प्रजापति, संतोष हरदेनिया, शिवशंकर, संदीप यादव, शशि भूषण, महेंद्र यादव, आशीष पाराशर, राकेश रैकवार, राजेश रैकवार आदि शामिल हैं।