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कंप्यूटर सेंटर पर बनाए गए फर्जी जाति प्रमाण-पत्र, एक सेंटर संचालक से हो रही पूछताछ

महिला ने की एसडीएम से की शिकायत, पूर्व में भी दो फर्जी जाति प्रमाण-पत्र बनाने का मामला आ चुका है सामने

Fake caste certificates were made at the computer centre, a centre operator is being questioned
जांच करने पहुंचे एसडीएम

बीना. कंप्यूटर सेंटरों पर फर्जी जाति प्रमाण-पत्र बनाने की मामले लगातार सामने आ रहे हैं। मंगलवार को भी एक महिला ने बच्चों के फर्जी प्रमाण-पत्र होने की शिकायत एसडीएम से की है। इसके बाद एसडीएम ने एक कंप्यूटर सेंटर का निरीक्षण किया और संचालक से पुलिस पूछताछ कर रही है।

ग्राम पीपरखेड़ी की महिला रामसखी कुशवाहा ने अपने दो बच्चों के जाति प्रमाण-पत्र बनवाने के लिए गांव के गौरव नाम के एक युवक को दस्तावेज दिए थे। युवक ने जो जाति प्रमाण-पत्र बनाकर दिए थे, उनकी फोटो कापी कराने वह मंगलवार को तहसील के सामने पहुुंची थी, जहां मौजदू एक चौकीदार ने उसपर मोनिका बाघमारे के हस्ताक्षर देखे, तो उसे संदेह हुआ कि यह नकली है। क्योंकि मोनिका बाघमारे कई वर्ष पूर्व यहां तहसीलदार थीं। इसके बाद महिला ने एसडीएम विजय डेहरिया से शिकायत की और फिर उन्होंने आंबेडकर तिराहा स्थित एक कंप्यूटर सेंटर का निरीक्षण किया। साथ ही संचालक को पूछताछ के लिए पुलिस के सुपुर्द किया है। साथ जिस युवक को दस्तावेज दिए थे, वह कंप्यूटर सेंटर बंद कर चुका है। एसडीएम ने बताया कि दो फर्जी प्रमाण-पत्र बनाए जाने का मामला सामने आया है, जिसकी जांच की जा रही है और यह प्रकरण थाना प्रभारी को दिया जाएगा।

कुछ दिन पूर्व में आया था एक और मामला

कुछ दिन पूर्व भी सिलवानी निवासी गीता खंगार के बच्चों के फर्जी जाति प्रमाण-पत्र कंप्यूटर सेंटर से बनाने का मामला सामने आया था। 600 रुपए में यह प्रमाण-पत्र बनाए गए थे। इसकी शिकायत तहसीलदार से की गई थी, लेकिन अभी तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। गौरतलब है कि रुपयों के चक्कर में कंप्यूटर सेंटर संचालक दस्तवेजों को स्कैन कर फर्जी प्रमाण-पत्र जारी कर रहे हैं।