
Illegal recovery from eunuch passengers in train, RPF is not taking action
बीना. चलती ट्रेन में किन्नरों की बदसलूकी और अवैध वसूली से जहां यात्री परेशान हैं, वहीं रेल पुलिस भी इनपर कार्रवाई करने में पूरी तरह से बेबस नजर आ रही। चलती ट्रेन में यात्रियों की सुरक्षा भी भगवान भरोसे है। इन दिनों बीना से सागर व कोटा की ओर जाने वाली कई ट्रेन में किन्नरों के अलग-अलग गुट कोच में घुसकर जबरन वसूली कर रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से बीना से सागर के बीच चलने वाली अहमदाबाद एक्सप्रेस, राजकोट एक्सप्रेस में यात्रियों से जमकर वसूली की जा रही है। परिवार के साथ सफर कर रहे लोग बिना बहस किए किन्नरों को रुपए थमा देते हैं, तो विरोध करने वाले यात्रियों के साथ गाली गलौज की जाती है।
यात्रियों ने बताया कि किन्नरों के गुट लंबी दूरी की ट्रेन के जनरल कोच व स्लीपर कोच में उगाही कर रहे हैं। इतना ही नहीं रुपए भी बीस से कम नहीं चाहिए, यदि इससे कम रुपए कोई यात्री देता है, तो उससे अभद्र व्यवहार किया जाता है। कई बार ट्रेन के अंदर मौजूद होने के बाद रेल पुलिस भी ध्यान नहीं देती है। किन्नर प्रति यात्री 20 से 50 रुपए जबरन उगाही कर रहे हैं। कई यात्रियों को रेलवे टिकट के दाम से ज्यादा रुपए किन्नरों के हाथ में रखने पड़ते हैं।
कई बार की जा चुकी है शिकायत
ऐसा कई बार हुआ जब किन्नरों से त्रस्त होकर यात्रियों द्वारा आरपीएफ के हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत की गई। सूचना पर कार्रवाई भी आरपीएफ करती है, लेकिन जंक्शन से सागर की ओर जाने में मालखेड़ी से जबलपुर डिवीजन शुरू होने व झांसी गेट से आगे जाने पर झांसी डिवीजन शुरू होने पर आरपीएफ कार्रवाई नहीं कर पाती है। वर्तमान में सबसे ज्यादा किन्नरों की धमाचौकड़ी सागर लाइन पर है, जहां पर अधिकांश टे्रन में यह वसूली करते नजर आते हैं। यह किन्नर बीना स्टेशन से ट्रेन चलते ही वसूली शुरू कर देते हैं, जो सागर पहुंचते-पहुंचते लगभग पूरी ट्रेन से रुपए ले चुके होते हैं।
Published on:
10 Mar 2023 09:56 pm
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