
Only 5% will be Girdawari due to Jio Fence technology, the rest offline
बीना. जियो फेंस तकनीक के माध्यम से रबी सीजन फसल की गिरदावरी का कार्य किया जा रहा था, जिसमें तकनीकी खामियों के कारण पटवारी परेशान थे और समय पर गिरदावरी नहीं हो पा रही थी। लगातार शिकायतों के बाद 95 प्रतिशत गिरदावरी पुरानी पद्धति से ऑफलाइन ही की जानी है। इसका आदेश पिछले दिनों भू-अखिलेख आयुक्त द्वारा जारी किया गया है। पूर्व में जियो फेंस से 40 प्रतिशत गिरदावरी करने के आदेश दिए गए थे, लेकिन यह लक्ष्य भी पूरा नहीं हो पा रहा था, क्योंकि एप के माध्यम से गिरदावरी करने पर लोकेशन सही नहीं आ रही थी। खेत में खड़े होने के बाद भी वह खेत की दूरी 300 मीटर से 1500 मीटर दूर बताता था। साथ ही नेटवर्क की समस्या भी आ रही थी। इन सभी समस्याओं का देखते हुए ऑफलाइन गिरदावरी के आदेश जारी हुए हैं। गौरतलब है कि इस संबंध में पटवारियों द्वारा लगातार विरोध जताया जा रहा था और कई जगह हड़ताल भी हुईं थीं।
17 जनवरी तक हुई थी 28 प्रतिशत गिरदावरी
जियो फेंस के कारण 17 जनवरी तक 28 प्रतिशत गिरदावरी हुई थी, लेकिन 21 जनवरी को आदेश आने के बाद 27जनवरी तक करीब 70 प्रतिशत गिरदावरी हो चुकी है और अब इसी माह शत-प्रतिशत गिरदावरी होने का अनुमान है।
समर्थन मूल्य के पंजीयन होंगे देरी से शुरू
समय पर गिरदावरी होने पर समर्थन मूल्य पर खरीद के लिए गेहूं, चना, मसूर के पंजीयन जनवरी माह से ही शुरू हो जाते थे, लेकिन इस वर्ष 5 फरवरी से पंजीयन शुरू होने हैं। क्योंकि गिरदावरी के बाद ही पोर्टल पर यह जानकारी मिल पाती है कि किसान ने कौन सा अनाज बोया है।
इस माह हो जाएगी शत प्रतिशत गिरदावरी
जियो फेंस गिरदावरी 5 प्रतिशत करने के आदेश आए हैं और 27 जनवरी तक 70 प्रतिशत गिरदावरी हो चुकी है। इसी माह शत प्रतिशत गिरदावरी हो जाएगी।
सतीश वर्मा, तहसीलदार, बीना
Published on:
29 Jan 2022 08:10 am
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