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कुछ दिनों में खुलने वाले हैं स्कूल, लेकिन बीस निजी स्कूलों की मान्यता पर अभी भी असमंजस

आरटीइ के मापदंड पूरे न होने पर आवेदन हुए हैं अमान्य, आरटीइ से के तहत भी इन स्कूलों में नहीं हुए प्रवेश

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Schools are going to open in a few days, but there is still confusion over the recognition of twenty private schools

फाइल फोटो

बीना. ब्लॉक में पचास से ज्यादा निजी स्कूल हैं, जिसमें करीब बीस स्कूलों को अभी तक नवीन मान्यता नहीं मिल पाई है। जांच के बाद प्रतिवेदन डीपीसी कार्यालय भेजे गए थे, जिसमें बीस स्कूल के आवेदनों को सुविधाओं और आरटीइ के मापदंड पूरे न करने पर अमान्य कर दिया है और स्कूल संचालकों ने कलेक्टर के यहां अपील की है। मान्यता न मिलने के कारण अब इन स्कूलों में नए प्रवेश और पढऩे वाले विद्यार्थियों को लेकर स्कूल संचालक, अभिभावक असमंजस में हैं।
क्षेत्र में किराए के भवनों में चल रहे स्कूलों में बच्चों को बैठने के लिए भी पर्याप्त जगह नहीं है। साथ ही खेल मैदान सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं, जिससे आरटीइ के मापदंड पूरे नहीं हो पा रहे हैं। ऐसे ही बीस स्कूलों के मान्यता आवेदनों के अमान्य करने की अनुशंसा जनपद शिक्षा केन्द्र से डीपीसी सागर को भेजी गई थी और उनके द्वारा अमान्य करने पर अब संचालकों ने कलेक्टर के यहां अपील की है, लेकिन अभी तक मान्यता को लेकर कोई निर्णय नहीं हुआ है, जबकि कुछ दिनों बाद स्कूल खुलना है और प्रवेश भी होंगे। ऐसी स्थिति में स्कूल संचालक नए प्रवेश को लेकर असमंजस में हैं और यदि मान्यता नहीं मिली, तो जो विद्यार्थी अध्ययनरत हैं उनका क्या होगा। कुछ निजी स्कूल ऐसे भी हैं, जिन्होंने नवीन मान्यता के लिए आवेदन ही नहीं किए हैं, जिससे अब स्कूल संचालित नहीं कर पाएंगे।


आरटीइ के तहत नहीं हुए इन स्कूलों में प्रवेश
जिन स्कूलों को मान्यता नहीं मिली है, उन्हें आरटीइ की प्रवेश प्रक्रिया से भी बाहर रखा गया है। इन स्कूलों की जो सीटें निर्धारित थीं, उन्हें घटा दिया गया है। जबकि पिछले वर्षों में इन स्कूलों में प्रवेश हुए थे।

अभी नहीं आई फाइल
स्कूल संचालकों ने कलेक्टर के यहां अपील की होगी, लेकिन वहां से अभी फाइल नहीं आई है कि मान्यता को लेकर क्या निर्णय हुआ है। यदि कलेक्टर भी इन स्कूलों अमान्य घोषित करेंगे, तो स्कूल संचालक राज्य शिक्षा केन्द्र में अपील कर सकते हैं।
जीके मिश्रा, डीपीसी, सागर