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गांवों में नहीं लगी स्ट्रीट लाइट, जहां हैं वह भी बंद

हादसे और चोरी कर डर

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Street lights not installed in villages, where they are also closed

Street lights not installed in villages, where they are also closed

बीना. ब्लॉक की कई ग्राम पंचायतों के गांवों में स्ट्रीट लाइट, साफ-सफाई, पक्की सडक़, नाली जैसी सुविधाओं की कमी है। इनमें से सबसे बड़ी परेशानी ग्राम पंचायतों में स्ट्रीट लाइट नहीं होने की है। गांवों में बिजली के खंभे तो लगे हैं, लेकिन लाइट नहीं लगी है। ऐसे में रात होते ही गलियों में अंधेरा छा जाता है। साथ ही जहरीले जीव जंतुओं का खतरा है। वहीं चोरी की वरदातों की आशंका रहती है। ग्रामीणों का कहना है कि बिजली के खंभे तो लगे हैं, लेकिन अभी भी अधिकांश गांवों में कहीं खंभे पर स्ट्रीट लाइट नहीं है, तो कहीं लाइट होते हुए भी महीनों से बंद है। ब्लॉक के अधिकांश गांव में सालों से स्ट्रीट लाइट बंद पड़ी हंै। कई जगह स्ट्रीट लाइट खंभों पर शोपीस बनी है।
इन गांवों में रात होते ही पसर जाता है अंधेरा
स्टेट हाईवे से लगे धनोरा, बसाहरी के अलावा नेशनल हाइवे पर स्थित हिरनछिपा, बारधा, ढुरुआ, बेलई, बिहरना, कनखर, गुनगी, नौगांव, बरोदिया, मुहांसा, भानगढ़ की गलियों में बिजली के खंभे तो हैं, लेकिन इनमें स्ट्रीट लाइट नहीं हैं। गांवों में स्ट्रीट लाइट बंद होने को लेकर ग्रामीण कई बार ग्राम पंचायत में शिकायत भी कर चुके हंै, जिस पर ग्राम पंचायत के जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे हैं। पंचायतों को इस सुविधा को उपलब्ध कराने के उद्देश्य से पर्याप्त बजट भी हर साल शासन से आवंटित होता है। भानगढ़, आगासौद बाजार में सालों बाद भी दुकानदारों और ग्राहकों की सुविधा के लिए स्ट्रीट लाइट नहीं लगी है। रात होते ही अंधेरा छा जाता है। उजाले के लिए दुकानदार ही खुद की व्यवस्था करते हुए बैटरी का उपयोग कर बल्व जलाते हैं।