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सिंचाई और डैम के गेटों से लीक हो रहे पानी से नदी का गिर रहा तेजी से जलस्तर

नपा अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान, कई जगह नजर आने लगी नदी की तलहटी

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The river's water level is falling rapidly due to irrigation and water leaking from dam gates.

करीब दो फीट कम हुआ डैम का पानी

बीना. शहर व रेलवे में पानी की सप्लाई बीना नदी से की जाती है और नदी का पानी रोकने के लिए छपरेट घाट पर डैम बनाया गया है, जिसमें 68 गेट लगे हुए हैं। डेम के लगभग सभी गेटों से पानी लीक हो रहा है, लेकिन इसे रोकने का प्रयास नहीं किया जा रहा है। लीकेज के कारण नदी का जलस्तर तेजी से घट रहा है। साथ ही किसान सिंचाई भी कर रहे हैं।
इस वर्ष अच्छी बारिश से गेट लगाते समय नदी में पर्याप्त पानी था, लेकिन उसे लंबे समय तक सुरक्षित रख पाना मुश्किल है, क्योंकि डेम के गेटों का लीकेज बंद नहीं हो पा रहा है। गेटों से लगातार पानी निकल रहा है और इसे बंद करने के ठोस कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। डेम में करीब दो फीट पानी नीचे चला गया है और कई जगह नदी पानी बहुत कम होने से तलहटी नजर आने लगी है। यहां नगर पालिका के साथ-साथ रेलवे को भी ध्यान देने की जरूरत है, क्योंकि सबसे पहले परेशानी रेलवे को होती है। डैम के पास से ही किसान लगातार सिंचाई कर रहे हैं, लेकिन इन्हें रोकने वाला भी कोई नहीं है।

गेट होने लगे हैं खराब
डैम पर लगे गेट भी बहुत पुराने होने से खराब होने लगे हैं, जिससे इनमें पानी रोकना मुश्किल हो रहा है। डैम सिंचाई विभाग का होने के कारण गेट भी संबंधित विभाग से ही लगाए जाते हैं।

एक कर्मचारी की लगाई है ड्यूटी
नगर पालिका ने डेम पर निगरानी करने के लिए एक कर्मचारी की ड्यूटी लगाई है। इसके बाद भी पानी का लीकेज नहीं रुक पा रहा है। पहले रेलवे से भी यहां कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाती थी।

कराए जाते हैं लीकेज बंद
एक कर्मचारी की ड्यूटी डैम पर लगी है और गेटों से लीकेज रोकने के लिए लगातार प्रयास किए जाते हैं।
लोकेन्द्र तिवारी, जल प्रदाय शाखा, नगर पलिका बीना