
Vegetable market failed to shift
बीना. नई सब्जी मंडी में फल, सब्जी की दुकानें की शिफ्ट कराने के लिए तत्कालीन एसडीएम ने प्रयास किए थे और मंडी के शेडों में अतिक्रमण करने वालों को भी वहां से हटाया गया था। साथ ही मंडी के शेडों की पुताई सहित अन्य कार्यों पर लाखों रुपए खर्च किए गए हैं।
तत्कालीन एसडीएम केएल मीणा ने जनवरी में शहर का अतिक्रमण हटाने के बाद मंडी में दुकानें शिफ्ट करने की तैयारी शुरू की गई थी। इसके लिए मंडी के शेडों पर जिन लोगों ने अतिक्रमण कर रखा था उन्हें हटवाया गया था। मंडी को सुरक्षित करने के लिए जाली लगवाकर गेट भी लगवाए गए हैं और समतलीकरण कराया गया था। यह कार्य जनवरी में पूरा हो गया था, लेकिन फरवरी और मार्च में शिफ्ंिटग नहीं हो पाई और फिर लॉकडाउन लग गया। इन सभी कार्यों पर लाखों रुपए खर्च किए गए, लेकिन उसका उद्देश्य पूरा नहीं हो पाया है। मंडी शिफ्ट न होने के कारण अब फिर से वहां लोगों ने अतिक्रमण करना शुरू कर दिया है। यदि मंडी ऐसी ही खाली पड़ी रहेगी तो वहां लगाई गई जाली और गेट भी चोरी हो जाएंगे। क्योंकि जब मंडी बनी थी तब भी वहां गेट लगाए गए थे और फेंसिंग हुई थी जिसका कुछ महीनों बाद पता नहीं चला था।
शुरू से ही खाली पड़ी है मंडी
मंडी बने कई वर्ष हो चुके हैं, लेकिन वहां दुकानें शिफ्ट नहीं हो पाईं। क्योंकि वहां दुकानदार जाने के लिए ही तैयार नहीं होते हैं, जिससे अभी तक के सभी प्रयास विफल ही हुए हैं। जबकि यहां के शेड तक कुछ वर्षों पूर्व सब्जी व्यापारियों के लिए आवंटित किए जा चुके हैं।
सुबह होती है सिर्फ नीलामी
मंडी शेड में सिर्फ सुबह बाहर से आने वाले किसानों की सब्जी नीलाम होती है। इसके बाद वहां फुटकर दुकानें कभी नहीं लगाई गई हैं। दुकानदारों की सुविधा के लिए बनाई गई मंडी सूनी पड़ी है।
Published on:
30 May 2020 09:15 am
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