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video: समस्याएं हल न होने पर ग्रामीणों ने दी उग्र आंदोलन की चेतावनी, मामला बीपीसीएल द्वारा रास्ता न देने का

बुधवार को बीपीसीएल द्वारा गेट लगाकार रास्ता बंद करने को लेकर हुए विवाद के बाद गुरुवार को ग्रामीणों ने तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा।

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ज्ञापन सौंपते हुए ग्रामीण

ज्ञापन सौंपते हुए ग्रामीण

बीना. बीपीसीएल द्वारा रामनगर से हड़कलखाती का रास्ता बंद करने के विरोध में ग्रामीणों ने गुरुवार को एसडीएम के नाम तहसीलदार सुनील शर्मा को ज्ञापन सौंपा और समस्या हल न होने पर 18 दिसंबर को उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है।

ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि 29 सितंबर को ग्रामवासियों ने एसडीएम को ज्ञापन दिया था, लेकिन समस्या का कोई निराकरण नहीं हुआ है और बुधवार को रिफाइनरी के अधिकारी सैकड़ों जवानों के साथ रास्ता बंद करने पहुंचे थे और झड़प भी की। ग्रामीणों ने मांग की है कि भू-अर्जन अधिनियम 1894 के प्रावधान अंतर्गत पैरा 3 के अनुसार जनता को निकलने के लिए रास्ते का ध्यान रखा जाए, पैरा क्रमांक 21 के अनुसार जिन किसानों की जमीन अधिग्रहित की गई है, उनके परिवार में किसी एक सदस्य को नौकरी दी जाए। हड़कल पठार में 20 एकड़ जमीन खेलकूद, गौचर, रास्ता के लिए छोड़ी जाए, पठार के चारों तरफ किसानों की जमीन, घर और हड़कल नर्सरी के लिए रास्ता दिया जाए, जो पुराना रास्ता था, उसका खसरा नंबर 495 है और रकबा 2.75 हे. था, रिफाइनरी रोड से लगी हुई भूमि, जो स्कूल के लिए दान में दी थी, 1990 में बालवाड़ी के नाम से थी, जिसका खसरा नंबर 360 और रकबा 0.78 हे. था, जो वापस की जाए। स्वास्थ्य के लिए 15000 रुपए की लिमिट तय है, जो पूरी तरह नि:शुल्क किया जाए। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि मांगें पूरी नहीं हुईं, तो 18 दिसंबर को उग्र आंदोलन किया जाएगा। किसान अवधेश तिवारी ने बताया कि 1990 के पुराने नक्शा में हड़कल पठार पर रास्ता है, जो नए नक्शा से गायब हो गया है। ज्ञापन सौंपने वालों सरपंच सुनीता तिवारी, बबीता सिंह, कैलाश सिंह, वीरेन्द्र पस्तौर, लोकेन्द्र लिटौरिया, दौलत, ऋषि तिवारी, गौरव लिटौरिया आदि शामिल हैं।
तीन माह से बिजली के लिए हैं परेशान

पीएम के कार्यक्रम के चलते लाइन शिफ्ट की गई थी और तभी से 10 गांव के लिए बिजली के लिए परेशान हैं, क्योंकि इसका फीडर बदल दिया गया है। घंटों बिजली कटौती की जा रही है।
कंपनी के नाम है जमीन

राजस्व रिकॉर्ड के अनुसार जमीन का मालिकाना अधिकार कंपनी के नाम है और कपंनी वहां पर कोई भी कार्य कर सकती है।
नवीन सिंह, प्रबंधक, एचआर, बीपीसीएल