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लॉक डाउन में नंगे पांव 600 किलोमीटर चलकर पिता के साथ सहारनपुर पहुंचा 12 साल का लड़का, एडिशनल एसपी ने गाड़ी राेककर दिलाई चप्पल

Highlights एडिशनल एसपी ने गाड़ी रोककर बच्चे को दिलाई चप्पल का काउंसलिंग के बाद दाेनाें बाप-बेटे को भिजवाया शेल्टर होम

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लॉक डाउन में नंगे पांव 600 किलोमीटर चलकर पिता के साथ सहारनपुर पहुंचा 12 साल का लड़का

सहारनपुर। Covid 19 वायरस के खतरे काे देखते हुए किए गए लॉक डाउन में 12 साल का एक बच्चा नंगे पांव 600 किलोमीटर का सफर तय करके सहारनपुर पहुंचा। इसका सफर यहीं खत्म नहीं हो रहा था बाप बेटों को वाराणसी जाना था और दोनों चप्पल मांग रहे थे। इसी दौरान एडिशनल एसपी/ पुलिस क्षेत्राधिकारी मुकेश मिश्रा ने पहले बच्चे को चप्पल दिलवाई, फिर दोनों को शेल्टर होम भिजवाया।

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कोरोना संक्रमण फैलने के खतरे के बीच पूरे देश में लॉक डाउन किया चल रहा है। इस लॉक डाउन में लोगों की अलग-अलग परेशानियां सामने आई हैं। अब ताजा मामला उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में सामने आया है। जहां एक पिता अपने 12 वर्षीय बेटे के साथ पैदल चला जा रहा था। तेज धूप में अपने पिता के साथ चल रहे इस बच्चे के पैर लड़खड़ा रहे थे। इसकी वजह यह थी कि बच्चे के पैर में चप्पल नहीं थी। इसी दौरान पत्रिका रिपोर्टर की नजर इस बाप बेटे पर पड़ी और जब इनसे बात की गई तो दोनों ने बताया कि बाप बेटे करीब दाे महीने पहले वाराणसी से माता वैष्णो देवी के दर्शन करने के लिए कटरा गए थे।

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दर्शन करने के बाद वहां लॉक डाउन हो गया और जब उन्हें लगा कि अब यह लॉक डाउन लंबा चलेगा तो दोनों कटरा से पैदल ही वाराणसी के लिए चल दिये। पिता रितेश ने बताया कि वह लगातार पैदल चलकर सहारनपुर पहुंचे हैं और कटरा से सहारनपुर तक का सफर तय करने में उन्हें 12 दिन का समय लगा है। रितेश ने बताया कि अभी उन्हें वाराणसी जाना है और बच्चे के लिए चप्पल की आवश्यकता है। इस पर पत्रिका रिपोटर में एडिशनल एसपी मुकेश मिश्र को पूरी घटना के बारे में जानकारी दी। कुछ ही देर में एडिशनल एसपी माैके पर पहुंच गए और बाप बेटे की काउंसलिंग करते हुए दोनों को लॉक डाउन खुलने तक सहारनपुर में ही रुकने की सलाह दी।

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इस पर रितेश ने कहा कि साहब हम कहां रुकेंगे लगातार चलते आ रहे हैं और बीच में जितने भी पुलिस नाके आए हैं सभी ने सिर्फ यही पूछा कि कहां जाना है और फिर कह दिया कि चले जाओ। रास्ते में जो भंडारे मिल जाते हैं जो कोई खाने को दे देता है तो उनसे लेकर खा लेते हैं। इस तरह दिन भर चलते हैं और रात को सो जाते हैं। यह कहते हुए रितेश का गला भर आया और बोला कि, धीरे- धीरे इसी तरह से चलते हुए वाराणसी भी पहुंच जाएंगे।

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इस पर एडिशनल एसपी ने दोनों को अंबाला रोड स्थित एक शेल्टर हाउस भिजवाया इनके लिए काेर्ट राेड से शेल्टर हाउस जाने के लिए गाड़ी का इंतजाम किया और इस गाड़ी में बाप बेटों को भिजवाकर शेल्टर होम में शिफ्ट कराया गया। इस दौरान एडिशनल एसपी ने बच्चे के लिए जूतों की व्यवस्था कराई दोनों को पहले खाना खिलाया गया और इन्हें मास्क के साथ-साथ सैनिटाइजर भी दिए गए। इसके बाद दाेनाें काे अंबाला राेड स्थित एक हाेटल में बनाए गए शेल्टर होम में शिफ्ट कराया गया।