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महागठबंधन के मंच से अखिलेश की अपील ”एक भी वाेट कटने ना पाए एक भी वाेट बंटने ना पाए”

- गठबंधन काे सता रहा वाेटाे के बंटवारे का डर - अखिलेश यादव ने कहा बंटने ना पाए वाेट - चाैकीदार की चाैकियां छीनने का किया आह्वान

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Law Minister Brijesh Pathak Big statment ON SP BSP alliance

gathbandhan

सहारनपुर।

देवबंद में गठबंधन की रैली के मंच से पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव कांग्रेस प्रदेश की टेंशन बढ़ा गए। अखिलेश ने मंच से साफ शब्दाें में कह दिया कि एक भी वाेट कटने ना पाए और एक भी वाेट बंटने ना पाए। इस बात काे समझने के लिए यह जानना जरूरी है कि सहारनपुर लाेकसभा सीट से कांग्रेस और गठबंधन दाेनाें ने ही मुस्लिम प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारे हैं। देवबंद वेस्ट यूपी की गठबंधन की यह पहली जनसभा थी। इस जनसभा के मंच काे पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, बसपा सुप्रीमाे मायावती और राष्ट्रीय लाेकदल के प्रमुख अजित सिंह ने साझा किया।

अखिलेश यादव ने ऐसे शुरु किया संबाेधन

''मैं सबसे पहले बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष का धन्यवाद करना चाहता हूं। उनके लोगों को बधाई देना चाहता हूं। ये चुनाव इतिहास बनाने का चुनाव है। हम सहारनपुर की जनता और आसपास की जनता से विशेष आग्रह करने आए हैं। इसके बाद अखिलेश यादव बाेले कि, यहां आस-पास बहुत विशेषताएं हैं। यहां पर एक तरफ माता शाकम्भरी देवी का मंदिर है ताे वहीं दूसरी तरफ दारूल उलूम भी है।

एक ओर लाखाें श्रद्धालु शीश नवाते हैं ताे दूसरी तरफ दारूल उलूम से पढ़कर न जाने कितने लोग दुनिया में नाम रोशन करते हैं। इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री बाेले कि, सहारनपुर में गठबंधन की ये जनसभा तब हाे रही है जब आपने सभी को सुन लिया है। बाेले कि, ऐसा नेता भी आए हाेंगे जिन्हाेंने नफरत के अलावा कुछ नहीं कहा हाेगा। जनसा से संवाद स्थापित करते हुए बाेले कि, उनसे पूछाें, पिछले वादे कहा हैं ?

अखिलेश यादव ने कहा कि, जब-जब चुनाव हाेते हैं ये लाेग एक नया मान लेकर आपके सामने आ जाते हैं। पिछले चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी चाय वाला बनकर आ गए। करोड़ों नोकरियों का वादा किया। अब फिर चुनाव आया है तो कहते हैं मैं चौकीदार हूं, अब चाैकीदार बनकर आ गए। इतना कहने के बाद अखिलेश यादव ने कहा कि आज सभी मिलकर चौकीदार से एक-एक चाैकी छीन लाे। बाेले कि, गठबंन काे मिलावट का गठबंधन कहते हैं। एसी भाषा बाेल रहे हैं ना हिंदी में समझ आ रहा है और ना ही उर्दू में। गठबंधन काे ''शराब'' बोलने वाले सत्ता के नशे में है।
नई सरकार देने और नया प्रधानमंत्री देने का गठबंधन है। ये खाई पैदा करने चाहते हैं ये गठबंधन आगे बढ़ने का काम यही महागठबंधन करेगा। ये गठबंधन ऐसा ही सपना भीम राव अंबेडकर ने देखा था आज यह गठबंधन उस सपने को पूरा करने के लिए आगे पढ़ रहा है। ना रोजगार है यह कैसी सरकार है।