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बड़ी खबर: कैराना उपचुनाव से पहले अब इस गांव के लोगों ने किया बहिष्कार का ऐलान, सभी दलों में मची खलबली

भाजपा को हो सकता है नुकसान

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People of Asadpur village

बड़ी खबर: कैराना उपचुनाव से पहले अब इस गांव के लोगों ने किया बहिष्कार का ऐलान, सभी दलों में मची खलबली

सहारनपुर। कैराना उपचुनाव में भाजपा की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं लगातार एक के बाद एक चुनाव बहिष्कार की चेतावनी के मामले सामने आ रहे हैं। ताजा मामला सरसावा थाना क्षेत्र के एक गांव का है। सरसावा क्षेत्र के गांव असदपुर के ग्रामीणों ने कैराना उपचुनाव का बहिष्कार करने की चेतावनी दी है । गांव वालों ने साफ कह दिया है कि विकास नहीं तो वोट नहीं। गांव वालों की नाराजगी इस बात को लेकर भी है कि कैराना उपचुनाव में इस बार भी विकास मुख्य मुद्दा है। लेकिन विकास कार्यों की बात नहीं की जा रही सिर्फ वोट के लिए कहा जा रहा है। लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि अगर विकास नहीं तो वोट भी नहीं।

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इस बात को लेकर है ग्रामीणों में गुस्सा
असदपुर के ग्रामीणों का गुस्सा अपने गांव की मुख्य सड़क को लेकर है। इस गांव के लोगों का कहना है कि उन्होंने पिछली बार सर्वाधिक वोट भाजपा को दिए थे, लेकिन उनके गांव की मुख्य सड़क आज तक भी नहीं बन पाई है। गांव वालों का यह भी कहना है कि जब उन्होंने गांव की जर्जर सड़क के बारे में पीडब्ल्यूडी से बात की तो उन्हें पता चला कि गांव की सड़क का प्रस्ताव ही नहीं भेजा गया है। इसी बात को लेकर ग्रामीणों में बेहद गुस्सा है और उन्होंने हाथों में बैनर लेकर कैराना उपचुनाव का बहिष्कार करने की चेतावनी दे डाली है।

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चुनाव के समय ही क्यों आते हैं नेता
ग्रामीणों ने अब चुनाव प्रचार के लिए गांव में जा रहे नेताओं और जनप्रतिनिधियों से यह सवाल करना शुरू कर दिया है कि उन्हें आखिर चुनाव के वक्त ही गांव और गांव वालों की याद क्यों आती है ? मतदान हो जाने के बाद जनप्रतिनिधि और नेता कहां चले जाते हैं और विकास पर ध्यान क्यों नहीं देते। जनप्रतिनिधियों से विकास के मुद्दे पर सवाल करने वालों में मुख्य रूप से शक्ति नजीर, अनवर, रामकिशन, महेंद्र, ओम सिंह, दीपक कुमार, दिनेश कुमार, प्रवीण गुर्जर, करण सिंह लक्ष्मीचंद और खुर्शीद समेत अन्य ग्रामीण शामिल हैं।