यह कहा महिलाओं ने ख्वातीन एक्शन कमेटी के तत्वावाधान में हजारों महिलाएं और युवतियां मंगलवार को जामा मस्जिद स्थित सरसटा बाजार में जमा हुईं। उन्होंने हाथों में तिरंगा ले रखा था। दारुल उलूम (Darul Uloom) चौक होते हुए महिलाएं ईदगाह के मैदान में एकत्र हुईं। इस दौरान महिलाओं ने कहा कि धर्म के आधार पर सीएए और उसके बाद लागू होने वाली एनआरसी उन्हें कबूल नहीं है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही शेखुल इस्लाम ने कहा कि सीएए कानून उन्हें अपने ही वतन के भाई-बहनों से अलग करता है। सीएए और एनआरसी से किसी भी सूरत में देश को बंटने नहीं देंगे। धरना-प्रदर्शन में बच्चों के साथ पहुंची महिलाओं ने सीएए, एनआरसी और एनआरपी विरोधी नारे लगाते हुए केंद्र और प्रदेश सरकार पर निशाना साधा।