9 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

शराब फैक्ट्री में कराेड़ों की टैक्स चोरी के मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित

लखनऊ एसटीएफ ने छापेमारी करके उजागर किया था करोड़ों की टैक्स चोरी का गोलमाल अब तक 18 आराेपियाें के नाम सामने आए, पूरे मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित

2 min read
Google source verification
investigation

investigation

पत्रिका न्यूज़ नेटवर्क

सहारनपुर. टपरी स्थित दी कोऑपरेटिव शराब फैक्ट्री में अवैध शराब की तस्करी करके करोड़ों रुपए की टैक्स चोरी के मामले की जांच अब एसआईटी करेगी। सहारनपुर में इस घोटाले के सामने आने के बाद अब मुजफ्फरनगर बिजनौर और हापुड़ में भी पड़ताल शुरू हो गई है और एसटीएफ यहां भी रिकॉर्ड खंगाल रही है।

यह भी पढ़ें: फर्जी बिल जारी कर सरकार को लगाया 3500 करोड़ का चूना, 11 जगह छापेमारी, 8 हिरासत में

एसपी सिटी राजेश कुमार के अनुसार सीओ नकुड अरविंद पुंडीर की अध्यक्षता में एसआईटी का गठन किया गया है। एसआईटी में तीन इंस्पेक्टर समेत सर्विलांस टीम और साइबर क्राइम टीम को भी शामिल किया गया है। एसआईटी सभी तथ्यों के आधार पर इस मामले की जांच करेगी और इस हेराफेरी में लिप्त अन्य लोगों को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

यह भी पढ़ें: रामपुर डिस्टलरी में लगी भीषण आग, 8 बुरी तरह झुलसे, सैकड़ों कर्मचारी अंदर थे मौजूद

बता दें कि लखनऊ एसटीएफ ने सहारनपुर के टापरी स्थित शराब फैक्ट्री में छापेमारी की थी। इस दौरान पता चला था कि फैक्ट्री से शराब की तस्करी की जा रही है और भारी मात्रा में शराब को बिना टैक्स के फैक्ट्री से बाहर निकाला जा रहा है। यह खुलासा होने पर सहायक आयुक्त आबकारी विभाग प्रवर्तन मेरठ की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर कोतवाली देहात पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी जिसमें कुल 18 लोगों को नामजद किया गया था।

यह भी पढ़ें: पुलिस का खौफ: गले में तख्ती डालकर थाने पहुंचा हिस्ट्रीशीटर, गिड़गिड़ाकर बोला- मैं सरेंडर करने आया हूं

अब इस पूरे मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। अब तक की जांच में फैक्ट्री मालिक प्रणव अनेजा सहायक आबकारी आयुक्त जगराम और आबकारी निरीक्षक अरविंद कुमार समेत उन्नाव के शराब ठेकेदारों की मिलीभगत सामने आई है। इन सभी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस प्रयास कर रही है। टैक्स चोरी का यह मामला कितना बड़ा है और कितने करोड़ की टैक्स चोरी की गई है इसका आकलन करने के लिए अब सभी अभियुक्तों के बैंक अकाउंट की डिटेल भी एसआईटी खंगाल रही है। इसी आधार पर पता चलेगा कि कितने बड़े स्तर पर टैक्स की चोरी की गई है।