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पेशे से डॉक्टर तीन तालक पीड़िता पर बनाया जा रहा था ‘मामा’ से हलाला करने का दबाव, ऐसा खुला मामला`

तीन तलाक पीड़िता पर बनाया जा रहा था हलाला का दबाव पेशे से Doctor पीड़िता ने जुटाई हिम्मत खाेल दिया माेर्चा अब जिलाधिकारी के निर्देशाें के बाद दर्ज हुए पीड़िता के बयान

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Saharanpur dm

तीन तलाक पीड़िता

सहारनपुर। तीन तलाक पीड़िता पर अपने पिता के उम्र के व्यक्ति (पति क मामा) के साथ हलाला करने का दबाव बनाए जाने का मामला सामने आया है। पीड़िता ने जिलाधिकारी DM से गुहार लगाई ताे यह मामला खुला। इससे भी अधिक हैरान कर देने वाली बात यह है कि पुलिस Saharanpur Police ने मुकदमा दर्ज करने के बाद पीड़िता के बयान Statement तक दर्ज नहीं कर रही थी। अब जिलाधिकारी के आदेशाें के बाद Police पुलिस ने पीड़िता के बयान दर्ज किए हैं।

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Saharanpur की रहने वाली रबिया का निकाह करीब तीन साल पहले उत्तराखंड Uttrakhand के रहने वाले राव मुनीर के साथ हुआ था। पीड़िता पेशे से डॉक्टर Doctor है। राबिया के अनुसार पति के साथ वह एक दिन घूमने के लिए गई थी वहां किसी बात काे लेकर हुई मामूली कहासुनी के बाद पति ने अपने मामा के कहने पर उसे तीन बार तलाक-तलाक-तलाक कहते हुए तलाक दे दिया था। इस घटना के बाद पीड़िता अपने मायके चली आई।

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राबिया के अनुसार वह अभी तक अपने साथ तलाक की घटना से उबरी नहीं थी कि ससुराल वालाें ने उस पर 'हलाला' का दबाव बनाना शुरु कर दिया। पीड़िता की माने ताे पति राव ने भी अपने मामा या छाेटे भाई यानि देवर के साथ हलाला करने काे कहा। जब मामा के साथ हलाला करने के दबाव बनाया गया ताे राबिया काे शक हुआ कि मामा ने साजिश के हत पहले तलाक दिलवाया और मामा ने ही हलाल करने का दबाव बनाया।

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इस पर पीड़िता ने पुलिस थाने पहुंचकर रिपाेर्ट दर्ज कराई लेकिन इस मामले में जांच आगे नहीं बढ़ सकी। इस बीच पीड़िता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी और सीएम याेगी आदित्यनाथ काे भी अपनी व्यथा लिखी लेकिन जांच आगे नहीं बढ़ सकी। अब पीड़िता की गुहार पर जिलाधिकारी आलोक पांडेय ने इस मामले का संज्ञान लिया ताे पीड़िता के बयान दर्ज हाे सके। पत्रिका के साथ बातचीत में पीड़िता ने कहा कि जैसा उसके साथ हुआ है ऐसा किसी अन्य के साथ ना हाे यही साेचकर वह इस मामले काे पुलिस थाने तक लेकर आई है और वह मजबूती के साथ अपनी लड़ाई काे लड़ेगी। इस मामले में आराेपी मामा लइक अहमद का नाम खनन से भी जुड़ा रहा है।

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