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Special- हार्ट अटैक आने पर डेढ़ रुपए की ये दो गोलियां बचा लेंगी आपकी जान

महज पांच मिनट में अपना असर दिखा देती हैं 350 एमजी डिस्प्रिन और 5 एमजी सोर्बिट्रेट

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heart attack

शिवमणि त्यागी, सहारनपुर। हार्ट अटैक आने पर महज डेढ़ रुपये की दो गोलियां यानि टेबलेट आपकी जान बचा लेंगी। अगर आपको या आपके आसपास किसी को अटैक आता है तो इन गोलियों को तुरंत तोड़कर मरीज की जीभ के नीचे रख देना चाहिए। ये गोलियां महज पांच मिनट में अपना असर दिखा देती हैं। इन गालियों को खाने के तुरंत बाद मरीज को जल्द से जल्द किसी नजदीकी हार्ट केयर सेंटर या हार्ट स्पेशलिस्ट्स डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए।

ये हैं टेबलेट

सहारनपुर में प्रेक्टिस करने वाले वरिष्ठ फिजीशियन और गोल्ड मेडलिस्ट डॉक्टर संजीव मिगलानी के मुताबिक, अगर किसी को अटैक पड़ता है तो उसे तुरंत 350 एमजी की पूरी डिस्प्रि‍न और 5 एमजी की सोर्बिट्रेट की पूरी गोली जीभ के नीचे रख लेनी चाहिए। डिस्प्रिन 50 पैसे और सोर्बिट्रेट की कीमत एक रुपये है। डॉक्टर संजीव मिगलानी का यह भी कहना है कि अगर यह प्राथमिक उपचार तुरंत मरीज को दे दिया जाए तो 35 प्रतिशत तक उसकी जान बच जाती है। इन दोनों गोलियों को तोड़कर जीभ के नीचे रखने से ये जल्दी काम करती हैं। ये दोनों गोलियां किसी भी मेडिकल स्टोर से गांव-देहात और कस्बों में भी आसानी से मिल जाती हैं। इनकी कीमत भी बेहद कम हैं। इनके अलावा कुछ और गोलियां भी हैं, लेकिन वे आपको गांव, देहात और कस्बों के मेडिकल स्टोर पर नहीं मिलेंगी। आप डॉक्टर से सलाह लेकर दूसरी दवा भी ले सकते हैं। डॉक्टर संजीव मिगलानी के मुताबिक, हार्टअटैक भारत में तेजी से बढ़ रहा है और हर चौथे मरीज को यह बीमारी है। हालांकि, पत्रिका आपको यह सलाह देता है क‍ि इस दवा को लेने से पहले आप अपने डॉक्‍टर से कंसल्‍ट जरूर कर लें।

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हार्ट अटैक की पहचान
अगर आपके सीने में तेज दर्द हो। साथ ही दोनों हाथों में भी दर्द हो जाए तो यह अटैक के लक्षण होते हैं। कभी-कभी दर्द के साथ सांस फूलने लगती है और उल्टियां भी होने लगती हैं। इसमें मरीज तड़पने लगता है। ये सभी हार्ट अटैक के लक्षण होते हैं। ऐसे में मरीज को हिम्मत रखनी चाहिए और तुरंत इन गोलियों को अपनी जीभ के नीचे रख लेना चाहिए और लंबी-लंबी सांस लेनी चाहिए।

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इन लोगों को अधिक रहती है हार्ट अटैक की आशंका

- 40 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को

- जिनके यहां परिवार में किसी को अटैक आया हो

- जो लोग सामान्य से अधिक मोटे होते हैं

- जो स्मोकिंग करते हैं