
योगी सरकार का बड़ा फैसला, इन किसानों को मिलेंगे 6 रुपये प्रति किलो अतिरिक्त
सहारनपुर। आंधी-तूफान से हुई फसल की बर्बादी से परेशान चल रहे आम उत्पादकों के लिए अच्छी खबर है। अभी तक एक्सपोर्ट क्वालिटी पर सरकार की ओर से केवल एक्सपोर्टर को ही सब्सिडी दी जाती थी, लेकिन इस बार यूपी सरकार ने आम उत्पादकों को भी फायदा देने की योजना बनाई है। सीधे शब्दों में कहें तो सरकार इस बार किसानों को सब्सिडी देगी। इससे किसानों को 6 रुपये प्रति किलो के हिसाब से फायदा होगा।
मंडी परिषद देगा सब्सिडी
यह सब्सिडी मंडी परिषद की ओर से दी जाएगी। जो भी एक्सपोर्टर किसान से आम खरीदेगा, उस किसान के नाम की पर्ची एक्सपोर्टर को मंडी परिषद में जमा करानी होगी। जब यह आम एक्सपोर्ट होगा और देश से बाहर जाएगा तो इस पर सब्सिडी मिलती है। एक्सपोर्ट को बढ़ावा देने के लिए एक्सपोर्टर को 10 रुपये प्रति किलो के हिसाब से भाड़ा दिया जाता है। अगर एक्सपोर्टर सहारनपुर के वैपर हीट ट्रीटमेंट (वीएचटी) प्लांट से अपने आम का ट्रीटमेंट कराता है तो उसे नवाब ब्रांड के प्रमोशन के लिए पांच रुपये अतिरिक्त मिलते हैं।
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एक्सपोर्टर को मिलेंगे 15 रुपये
दरअसल, नवाब सहारनपुर का ब्रांड है। सहारनपुर के वीएचटी प्लांट में ट्रीटमेंट के बाद आम को नवाब ब्रांड के डिब्बे में ही पैक किया जाता है। बता दें कि सहारनपुर का नवाब ब्रांड कई देशों में खासा पसंद किया जाता है। इस ब्रांड को और बढ़ावा देने के लिए ही एक्सपोर्टर को इस पर पांच रुपये की अतिरिक्त सब्सिडी दी जाती है। इस तरह एक्सपोर्टर को कुल 15 रुपये प्रति किलो के हिसाब से फायदा होता है।
किसान की बढ़ेगी आमदनी
सहारनपुर मंडी समिति के सचिव अनिल कुमार के मुताबिक, इस बार सरकार ने किसान को भी अतिरिक्त रुपये दिए जाने के आदेश दिए हैं। इसका उद्देश्य किसान की आमदनी बढ़ाने और एक्सपोर्ट को बढ़ावा देना है। अगर सहारनपुर के वीएचटी प्लांट से आम नवाब ब्रांड के डिब्बे में पैक होकर एक्सपोर्ट के लिए जाता है तो एक्सपोर्टर को 15 रुपये प्रति किलो सब्सिडी इस वर्ष भी मिलेगी। इसके अलावा जिस किसान के बाग का आम होगा, उसको भी इस बार 6 रुपये प्रति किलो अतिरिक्त मिलेंगे। इससे किसान की आमदनी बढ़ेगी।
विदेशों में धूम मचाने के लिए तैयार है नवाब ब्रांड
नवाब उत्तर प्रदेश सरकार का ब्रांड है। सहारनपुर के मैंगो पैक हाउस में आम एक्सपोर्ट होना शुरू हो चुका है। मंडी सचिव के मुताबिक, इस बार यूनाइटेड किंगडम समेत सऊदी अरब, कोरिया, जापान और इटली से नवाब ब्रांड की मांग की गई है। पिछले साल 350 मीट्रिक टन आम एक्सपोर्ट किया गया था।
किसानों को होगा लाभ
वहीं, सहारनपुर के आम उत्पादक फैसल खान के मुताबिक, पिछले वर्ष 35 से 40 रुपए प्रति किलो तक आम की बिक्री हुई थी। इस बार जिस तरह से प्रदेश सरकार ने आम उत्पादकों को पांच रुपए प्रति किलो का लाभ देने के निर्देश दिए हैं। इससे निश्चित ही उनको लाभ होगा।
पिछले वर्ष सहारनपुर से हुआ था करीब 80 मीट्रिक टन एक्सपोर्ट
सहारनपुर के मैंगो पैक हाउस से पिछले वर्ष करीब 350 मीट्रिक टन आम का एक्सपोर्ट हुआ था। इसमें अकेले सहारनपुर का करीब 80 मीट्रिक टन आम था। मुख्य रूप से चौसा की डिमांड ज्यादा रहती है। कुल एक्सपोर्ट में 60 फीसदी एक्सपोर्ट चौसा आम का हुआ था।
37 मैंगो पैक हाउस हैं पूरे देश में
देश भर में 37 मैंगो पैक हाउस हैं। इनमे उत्तर प्रदेश में सहारनपुर के मैंगो पैक हाउस को अधिक महत्व दिया जाता है। इसकी स्थापना वर्ष 2004 में हुई थी। इस मैंगो पैक हाउस में महाराष्ट्र तक के व्यापारी आम का ट्रीटमेंट कराते हैं। इसका एक कारण यह भी है कि सहारनपुर से दिल्ली नजदीक है और ट्रीटमेंट के बाद आम सीधे दिल्ली एयरपोर्ट पहुंच जाते हैं। यही कारण है कि नवाब ब्रांड और सहारनपुर के मैंगो पैक हाउस से संशोधित आम की डिमांड विदेशी बाजार में भी है।
Published on:
06 Jul 2018 03:44 pm
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