यह है पूरा मामला
दरअसल फतेहपुर थाना पुलिस भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय रतन के घर पर धारा 82 का नोटिस चस्पा करने गई थी। धारा 82 का नोटिस कुर्की की प्रक्रिया होती है। विनय रतन फरार है और उस पर 12000 का इनाम भी सहारनपुर पुलिस की ओर से घोषित है। गिरफ्तारी ना हाे पाने की वजह से पुलिस ने इस 12,000 हजारी की कुर्की की प्रक्रिया शुरू की और अदालत में इसकी कुर्की करने के लिए अपील की। अदालत ने पुलिस को 12,000 के इस इनामी विनय रतन के खिलाफ धारा 82 की कार्रवाई के आदेश दे दिए इन्हीं आदेशों के तहत फतेहपुर थाना पुलिस इस आरोपी के घर पर पहुंची और धारा 82 का नोटिस इसके गेट पर चस्पा कर दिया। दरअसल धारा 82 की कार्रवाई एक तरह से कुर्की का नोटिस होती है और इस नोटिस को आरोपी के घर पर चस्पा कर दिया जाता है जिससे आराेपी आैर उसके परिवार के लाेगाें काे यह सूचना दी जाती है कि यदि इस नाेटिस के बाद भी आराेपी आत्मसमर्पण नहीं करता है ताे फिर धारा 83 यानि कुर्की की जाएगी। अधिकांश मामलाें में आराेपियाें में काे धारा 82 का नाेटिस का चस्पा हाेने के बाद एक माह का समय दिया जाता है। यदि नोटिस चस्पा होने के 1 महीने बाद भी आरोपी गिरफ्तार नहीं होता या वह खुद न्यायालय के सामने आत्मसमर्पण नहीं करता तो इसके बाद पुलिस धारा 83 की कार्यवाही करती है। इसके बाद पुलिस दाेबारा अदालत से यह निवेदन करती है कि आरोपी के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई यानि धारा 83 के आदेश जारी किए जाएँ। यह आदेश न्यायलय से प्राप्त हाेने के बाद पुलिस आरोपी के घर की कुर्की करती है। इसी कार्यवाही के तहत फतेहपुर पुलिस भीम आर्मी एकता मिशन या कह लीजिए भीम आर्मी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय रतन के घर पर धारा 82 का नोटिस चस्पा करने गई थी। इस दौरान गेट पर विनय रतन अपनी मां के साथ मौजूद खड़ा रहा और पुलिस उससे बात करती रही। इस दौरान विनय रतन मुस्कुरा रहा था और इसी समय का एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
यह आरोप है विनय रतन पर
9 मई 2017 को सहारनपुर में भीम आर्मी ने हिंसा कर दी थी और पूरा सहारनपुर जातीय हिंसा की आग में जल उठा था। 9 मई को सहारनपुर में अलग-अलग इलाकों में आगजनी कर दी गई थी तोड़फोड़ कर दी गई थी लोगों के वाहनों को फूंक दिया गया था और उपद्रवियों ने पुलिस चौकियों को भी आग के हवाले कर दिया था। इस घटना ने भीम आर्मी को रातों रात सुर्खियों में ला दिया था और भीम आर्मी को पूरा देश जानने लगा था। इस घटना के बाद पुलिस की ओर से आगजनी पथराव तोड़फोड़ और पुलिस चौकी फूकने के आरोप में भीम आर्मी सेना के संस्थापक चंद्रशेखर उर्फ रावण समेत राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय रतन राष्ट्रीय प्रवक्ता मनजीत सिंह नौटियाल और जिला अध्यक्ष कमल सिंह वालिया को मुख्य रूप से नामजद करते हुए मुकदमे दर्ज कराए गए थे। यह अलग बात है कि आज तक भी भीम आर्मी एकता मिशन के पदाधिकारी इन आराेपाें काे सिरे नकारते हैं आैर उनका यही कहना है कि 9 मई की हिंसा में भीम आर्मी का काेई हाथ नहीं था। इन सभी आराेपियाें पर 12- 12 हजार रुपये का इनाम रखा गया था। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था लेकिन राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय रतन की गिरफ्तारी अभी तक नहीं हो सकी है इस घटना के बाद से ही विनय रतन पुलिस के रिकॉर्ड में फरार चल रहा है इसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है और गिरफ्तारी नहीं होने पर पुलिस नहीं इसकी कुर्की की तैयारी कर ली है इसी प्रक्रिया के तहत फतेहपुर थाना पुलिस विनय रतन के घर धारा 82 का नोटिस चस्पा करने पहुंची थी।
9 मई 2017 को सहारनपुर में भीम आर्मी ने हिंसा कर दी थी और पूरा सहारनपुर जातीय हिंसा की आग में जल उठा था। 9 मई को सहारनपुर में अलग-अलग इलाकों में आगजनी कर दी गई थी तोड़फोड़ कर दी गई थी लोगों के वाहनों को फूंक दिया गया था और उपद्रवियों ने पुलिस चौकियों को भी आग के हवाले कर दिया था। इस घटना ने भीम आर्मी को रातों रात सुर्खियों में ला दिया था और भीम आर्मी को पूरा देश जानने लगा था। इस घटना के बाद पुलिस की ओर से आगजनी पथराव तोड़फोड़ और पुलिस चौकी फूकने के आरोप में भीम आर्मी सेना के संस्थापक चंद्रशेखर उर्फ रावण समेत राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय रतन राष्ट्रीय प्रवक्ता मनजीत सिंह नौटियाल और जिला अध्यक्ष कमल सिंह वालिया को मुख्य रूप से नामजद करते हुए मुकदमे दर्ज कराए गए थे। यह अलग बात है कि आज तक भी भीम आर्मी एकता मिशन के पदाधिकारी इन आराेपाें काे सिरे नकारते हैं आैर उनका यही कहना है कि 9 मई की हिंसा में भीम आर्मी का काेई हाथ नहीं था। इन सभी आराेपियाें पर 12- 12 हजार रुपये का इनाम रखा गया था। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था लेकिन राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय रतन की गिरफ्तारी अभी तक नहीं हो सकी है इस घटना के बाद से ही विनय रतन पुलिस के रिकॉर्ड में फरार चल रहा है इसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है और गिरफ्तारी नहीं होने पर पुलिस नहीं इसकी कुर्की की तैयारी कर ली है इसी प्रक्रिया के तहत फतेहपुर थाना पुलिस विनय रतन के घर धारा 82 का नोटिस चस्पा करने पहुंची थी।
क्या कहते हैं अफसर
एसपी देहात विद्यासागर मिश्र का कहना है कि है यह बड़ी लापरवाही है ऐसा किन स्थितियों में हुआ है इसकी जांच कराई जा रही है और जांच उपरांत कार्यवाही की जाएगी।