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यमुना फिर खतरे के निशान पर, हथनीकुंड बैराज से छोड़ा गया 2.5 लाख क्यूसेक पानी, खतरे में दिल्ली

पहाड़ी इलाकों में बादल फटने से हथनीकुंड बैराज Hathnikund Barrage में अथाह पानी आ गया है। यहां से यमुना Yamuna में 2.5 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इससे यमुना खतरे के निशान पर है।

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yamuna river

यमुना Yamuna River एक बार फिर से उफान पर आ गई है। हथनीकुंड बैराज से छोड़े गए ढाई लाख क्यूसेक पानी के बाद यमुना में जलजला दिखाई दे रहा है और वह तेजी से खतरे के निशान की ओर बढ़ रही हैं। हथनीकुंड बैराज से छोड़ा गया यह पानी रविवार सुबह बागपत Bagpat पहुंचेगा। यमुना में दिख रहे इस जलजले flood से एक बार फिर दिल्ली delhi पर खतरा मंडराता हुआ दिखाई दे रहा है।

आप सोच रहे होंगे कि यमुना में पानी कहां से आया ? तो जान लीजिए कि पहाड़ी इलाकों में हो रही लगातार बरसात से यमुना उफान पर आई है। शनिवार को हथिनीकुंड बैराज पर एक बार फिर से अथाह पानी आ गया था। पानी का स्तर यहां 334 मीटर से ऊपर चला गया। इसकी वजह से यमुना में ज्यादा पानी छोड़ना पड़ा। करीब 2.5 लाख क्यूसेक से अधिक पानी यमुना में छोड़ा गया है। यह पानी शामली बागपत से होते हुए दिल्ली जाएगा। दिल्ली में पहले से ही यमुना के जलस्तर ने तबाही मचा रखी थी अब एक बार फिर से ये जलजला दिखाई दे रहा है।

अचानक छोड़े गए पानी की वजह से एक बार फिर यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से भी ऊपर पहुंच गया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बागपत में यमुना खतरे के निशान से करीब 70 सेंटीमीटर ऊपर तक बह रही है। इससे आस-पास के लोगों में दहशत है और देश की राजधानी दिल्ली में पहले से सुरक्षा इंतजाम होने लगे हैं। सिंचाई विभाग की टीमें लगातार यमुना के जलस्तर पर नजरें लगाए हुए हैं।

उत्तरकाशी में बादल फटने से यमुना आया यमुना में जलजला
दरअसल यह बाढ़ जैसे हालात उत्तरकाशी में बादल फटने से हुए। बादल फटने से वहां बरसात हुई इसी बरसात की वजह से पहाड़ी इलाकों से पानी हथिनी कुंड बैराज पहुंचा। बैराज में इतना अधिक पानी हो गया जिसकी वजह से यमुना में एक बार फिर से ढाई लाख क्यूसेक पानी छोड़ना पड़ा। एक्सपर्ट के अनुसार हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा गया पानी रविवार सुबह तक बागपत में पहुंच जाएगा। बागपत इलाके में यमुना की जो चौकियां हैं उनको अलर्ट कर दिया गया है। सिंचाई विभाग के अवर अभियंता नरेंद्र कुमार ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि शनिवार को 2.51 लाख क्यूसेक पानी यमुना में छोड़ा गया है जिसका असर रविवार तक बागपत में दिखाई देगा। फिलहाल यमुना नदी खतरे के निशान यानी 209 मीटर से 70 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। उन्होंने बताया कि सिंचाई विभाग लगातार यमुना के स्थिति पर निगाह बनाए हुए हैं।