Sambhal violence case: संभल हिंसा मामले में सपा सांसद जिया उर रहमान बर्क के खिलाफ चार्जशीट दाखिल होने के बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने खुद को मजलूमों की आवाज बताते हुए कहा, "मैं न बिकता हूं, न झुकता हूं।"
Sambhal Violence Case News: यूपी के संभल की शाही जामा मस्जिद में हुई हिंसा के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए एसआईटी ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है। इस चार्जशीट में समाजवादी पार्टी के सांसद जिया उर रहमान बर्क समेत कई लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है। पुलिस द्वारा दाखिल इस चार्जशीट के बाद राजनीतिक हलकों में हलचल तेज हो गई है।
चार्जशीट दाखिल होने के बाद सांसद जिया उर रहमान बर्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर पहली बार इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने साफ शब्दों में कहा, “मैं न बिकता हूं, न झुकता हूं। कुछ ताक़तें मेरी आवाज को दबाना चाहती हैं क्योंकि मैं हर मजलूम के साथ मजबूती से खड़ा रहता हूं।” उन्होंने इस पूरे मामले को राजनीतिक साजिश बताया।
सांसद ने आगे लिखा कि वे कानून के दायरे में रहकर सच्चाई के लिए संघर्ष करते रहेंगे। उन्होंने इसे अपने संघर्ष की राह बताते हुए कहा कि मुश्किलें आती रहेंगी, लेकिन उनका इरादा कभी नहीं डगमगाएगा। बर्क ने अपने दादा की सेवा भावना का उल्लेख करते हुए लिखा, “मेरे दादा मोहतरम ने भी अवाम की खिदमत की थी, मैं भी करता रहूंगा।”
संभल हिंसा मामले में सांसद बर्क के खिलाफ चार्जशीट दाखिल होने के बाद राजनीतिक गलियारों में बहस तेज हो गई है। उनके समर्थक उन्हें ‘मजलूमों की आवाज’ बता रहे हैं, जबकि विरोधी इसे कानून के खिलाफ उनके कार्यों का नतीजा बता रहे हैं। फिलहाल सांसद का यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और इसे उनके समर्थक ताकत और एकता का प्रतीक मान रहे हैं।