संतकबीरनगर. त्रिपुरा में लेनिन की मूर्ति तोड़े जाने को लेकर पूरे देश में सियासत गर्म है। देश के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना की निंदा करते हुए दुख जताया है तो वहीं दूसरी तरफ त्रिपुरा हिंसा मामले पर पूर्व केंद्रीय मंत्री और संत कबीरनगर जिले के धनघटा विधानसभा से वर्तमान BJP विधायक श्रीराम चौहान के अलग ही सुर नजर आ रहे हैं।
बीजेपी विधायक श्री राम चौहान ने मूर्ति तोड़ने वालों के कार्यो को जायज़ ठहराते हुये मूर्ति तोड़ने को राष्ट्रवाद का उदय बताया। उन्होंने कहा कि त्रिपुरा में अभी तक गैर संस्कृति ने पैर फैला रखा था और अब पश्चिमी दर्शन की जगह देशी संस्कृति का बदलाव हो रहा है। उन्होंने कहा कि वहां भारतीय संस्कृति परंपरा के मानने वाले लोग देशी विचार धारा से जुड़े हुए लोगों की मूर्ति लगाएंगे।
श्रीराम चौहान ने कहा कि हमारे यहां दर्शनों का काम नहीं है, किसी परकीय दर्शन को लेकर बेनामी सत्ता पे लोग काबिज़ रहे हैं, औऱ वहां के लोगों ने जो कुछ भी किया है वो एक बदलाव है और ये बदलाव अब हर जगह दिखना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने वो काम किया है, वो एक उग्र राष्ट्रवाद का परिचय हो सकता है और राष्ट्र की श्रेष्ठ संस्कृति को स्थापित करने का परिचय हो सकता है लेकिन उनको ऐसा कोई नाम नही दिया जाना चाहिए, जिससे जिन लोगों ने वहां पर जीत दिलाई है उनकी आत्मा को ठेस पहुंचे।
BY- NAJMUL HODA