
(फोटो सोर्स: पत्रिका)
Flood Alert: पूरे मध्यप्रदेश में सीजन का सबसे स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव है। इससे विंध्य के सतना, मैहर, रीवा, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली समेत अन्य जिलों में बीते 15 दिन से बारिश का दौर जारी है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि एमपी में 3 स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव हैं। इनमें दो ट्रफ और एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम है।
इसी कारण अगले दो से तीन दिनों तक मौसम खराब रहेगा। इस बीच भारी बारिश हो सकती है। 6 जुलाई को शहर का अधिकतम तापमान 30.3 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम पारा 24.6 डिग्री रहा है। शनिवार की रात और रविवार की सुबह 8.30 बजे तक 29.3 मिलीमीटर वर्षा हुई। इसके बाद 6 जुलाई को सुबह 8.30 बजे से शाम 5.30 बजे के बीच 10.6 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई।
मौसम विभाग एमपी के 13 जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग का कहना है कि पूर्वी मध्य प्रदेश के अनूपपुर, बालाघाट, छतरपुर, दमोह, डिंडोरी, जबलपुर, कटनी, मंडला, पन्ना, सागर, सिवनी, शहडोल और उमरिया जिलों में अचानक बाढ़ आने का खतरा है।
वहीं जबलपुर, सिवनी, मंडला, बालाघाट और दमोह जिलों में अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। रायसेन, सीहोर, नर्मदा पुरम, बैतूल, हरदा, खंडवा, खरगोन, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पन्ना, सागर, पांढुर्णा, जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
दो दिन से जिलेभर में रुक रुककर वर्षा का दौर जारी है। शहर के निचले इलाकों में नालियों में जमकर जलभराव हो रहा है। हालांकि पहले के हिसाब से राहत है। देहात क्षेत्र के बॉर्डर वाले नगर निगम के एक दर्जन वार्डों में दलदली सड़क और कीचड़ के कारण हालत खराब हो गए हैं। मुत्यारगंज से कैमा मार्ग में शुक्ला बरदाडीह के पास राहगीर कीचड़ वाली सड़क में चलने को मजबूर हैं। यही हाल बदखर वार्ड नंबर 12 का है। सीवर की खुदाई के बाद रेस्टोरेशन न होने से सड़कें कीचड़ से सन गई हैं।
मैहर जिले में इस वर्ष 1 जून से 6 जुलाई तक 217.9 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है। अधीक्षक भू-अभिलेख के अनुसार अब तक जिले के अमरपाटन तहसील में 211, मैहर में 184.4 और रामनगर में 258.3 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। जिले की औसत सामान्य वर्षा 919.7 मिमी है। गत वर्ष इस अवधि में 171.6 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई थी।
Published on:
07 Jul 2025 12:02 pm
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