
सतना। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने 18 साल से अधिक उम्र के व्यक्तियों के आधार कार्ड बनाने की प्रक्रिया बंद कर दी थी। लेकिन सीएजी की एक रिपोर्ट के बाद अब इस सुविधा को पुन: चालू किया जा रहा है। अब यह राज्य सरकार की अनुमति के बाद वयस्क लोगों के आधार कार्ड बनाए जा सकेंगे। इसके लिए जिला स्तर पर नोडल अधिकारी जिला पंचायत सीईओ को बनाया गया है, जिनके सत्यापन के बाद ही इनके आधार कार्ड बन सकेंगे।18 साल से अधिक आयु के लोगों के आधार कार्ड नहीं बनने से होने वाली परेशानियों को देखते हुए यूआईडीएआई ने इनकी आधार कार्ड बनाने की सुविधा प्रारंभ तो कर दी है लेकिन इसके लिये अब पासपोर्ट की तरह सत्यापन की प्रक्रिया से गुजरना पड़ेगा। इसके लिये राज्य स्तर पर एक पोर्टल बनाया गया है। जहां आवेदन किया जाएगा। इसके बाद तहसीलदार स्तर के अधिकारी इसका सत्यापन करेंगे।
सर्विस प्लस पोर्टल पर जाएगा आवेदन
अब 18प्लस के नये आधार राज्य की स्वीकृति के बाद ही बनेंगे। इसके लिये एनआईसी ने सर्विस प्लस पोर्टल की नई सुविधा विकसित की है। आधार सेंटर में अगर कोई 18प्लस आयु का व्यक्ति नवीन आधार के लिए आवेदन देता है तो यह आवेदन उप जिला नोडल अधिकारी (तहसीलदार) को आनलाइन भेजा जाएगा।
तहसीलदार करवाएंगे सत्यापन
पोर्टल पर आने वाले आवेदन का सत्यापन तहसीलदार अपने स्तर पर करवाएंगे। इसमें लगाए गए सभी दस्तावेजों का भौतिक सत्यापन किया जाएगा। अगर सब सही पाया जाता है तो इसे अनुमति दे देंगे। अगर संदिग्ध होता है तो वरिष्ठ नोडल अफसर को भेजेंगे। अगर गलत मिलता है तो इसे रिजेक्ट कर देंगे।
45 दिनों बाद स्वत: सत्यापन
दस्तावेज सत्यापन के लिए यूआईडीएआई ने अधिकतम 45 दिनों का समय तय किया है। इस अवधि में अगर आवेदनों का सत्यापन नहीं हो पाता है तो उनके आधार कार्ड जारी कर दिए जाएंगे। इस स्थिति में माना जाएगा कि जानकारी सही है।
Published on:
04 Aug 2023 11:24 am
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