
Came by car, quarreled, then fired, case filed against three
सतना. बदेरा थाना इलाके के भदनपुर टोला नाका में गुण्डागर्दी करते हुए गोली चलाने के मामले में पुलिस ने तीन के खिलाफ मामला कायम कर लिया है। टोलकर्मी की रिपोर्ट पर पुलिस ने इस मामले में तीन व्यक्तियों को आरोपी बनाया है। अब पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है। यह भी पता लगाया जा रहा है कि गोली लाइसेंसी बंदूक से चलाई गई या अवैध हथियार का उपयोग हुआ?
यह रिपोर्ट लिखी गई
भदनपुर स्थित टोल नाका के सुरवाइजर सतेन्द्र कुमार सोनी पुत्र जगदीश प्रसाद सोनी (29) निवासी भदनपुर ने थाना बदेरा में रिपोर्ट दर्ज कराई है। सतेन्द्र के अनुसार, 10 व 11 सितंबर की रात 12 बजे वह टोल नाका ड्यूटी में था। उस समय टोल के सी शिफ्ट के कर्मचारियों की ड्यूटी रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक थी। ड्यूूटी में राजाराम सिंह (टीए), मुरली चौरसिया (टीसी), रममाशंकर तिवारी (टीए), गनमेन धर्मेन्द्र सिंह मौजूद थे। तभी भदनपुर का रोहित जायसवाल टोल नाका में आकर बैठ गया। इके करीब आधा घंटे बाद काले रंग की कार से भदनपुर का गुड्डा तिवारी कैमोर रोड तरफ से टोल नाका पहुंचा। कार में गुड्डा के साथ बहादुर शुक्ला व प्रद्युमन केवट भी थे। बहादुर शुक्ला कार से उतर कर रोहित जायसवाल को बोला कि हम लोगों को कूकी क्यों मारी थी। इस दौरान दोनों के बीच विवाद होने लगा। तभी रोहित ने फोन लगाकर अपने भई अमित जायसवाल को बुला लिया। अमित आया तो माहौल शांत कराते हुए बाइक पर रोहित को साथ लेकर चला गया। इसके कुछ देर बाद एक युवक गुड्डा तिवारी सफेद स्कूटर से बंदूक लेकर आया। गुड्डा ने वहां दहशत पुैलाने के मकसद से बंदूक से हवाई फायर कर दिया। इसके बाद गुड्डा ने बंदूक प्रद्युमन केवट को देकर कार में रखवा दिया। फिर कार में सवार होकर गुड्डा, प्रद्युमन और बहादुर चले गए।
अधिकारियों को बताया
रात को टोल नाका में गोली चलने की सूचना सतेन्द्र ने सुबह होने पर टोला प्लाजा के असिस्टेंट मैनेजर सूरज सिंह को दी। लेकिन पुलिस के पास रिपोर्ट दर्ज कराने से टोलकर्मी बचते रहे। सूचना मिलने पर पुलिस की जांच कार्रवाई बढऩे लगी तो टोल प्लाजा के जनरल मैनेजर मदन गोपाल गुप्ता के कहने पर टोल इंचार्ज उदयभान सिंह के साथ सतेन्द्र रिपोर्ट दर्ज कराने पुलिस के पास पहुंचा।
इसके खिलाफ केस दर्ज
पुलिस ने शिकायत के आधार पर आइपीसी की धारा 336, 34 व आयुध अधिनियम 1959 की धारा 30 के तहत आरोपी गुड्डा तिवारी, बहादुर शुक्ला, प्रद्युमन केवट समेत अन्य के खिलाफ दर्ज कर लिया है। पुलिस की प्राथमिक जांच में यह बात सामने आई है कि गोली लाइसेंसी बंदूक से चलाई गई है। हालांकि असलहा जब्त होने के बाद यह पूरी तरह स्पष्ट हो सकेगा कि बंदूक लाइसेंसी थी या बिना लाइसेंस की बंदूक से गोली चली?
टोल नाका है अड्डा
गोली चलने के मामले से जुड़े सभी लोगों का अड्डा टोल नाका है। गुड्डा तिवारी, बहादुर शुक्ला और प्रद्युमन केवट अपनी कार लेकर कैमोर रोड में खड़े थे। तभी रात को एक ट्रक में सवार होकर रोहित गया था। गाड़ी में गुड्डा को देखा तो कूकी मारकर डराने की कोशिश की। इसी बात को लेकर गुड्डा अपने साथियों के साथ टोल नाका पहुंच गया। जहां अमित जायसवाल, रोहित का विवाद गुड्डा और उसके साथियों से हुआ। इस बीच गोली भी चलाई गई। इसकी जानकारी होने के बाद भी टोल प्रबंधन शांत बैठा रहा। अमित के बारे में बताया जा रहा है कि वह पूर्व में छत्तीसगढ़ में गांजा के प्रकरण में फंस चुका है। अब यहां अपने भाई रोहित के साथ भदनपुर में रह रहा है। दोनों पक्षों के बीच पहले भी कई दफा झड़प हो चुकी है।
Published on:
13 Sept 2019 12:26 am
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