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बहुचर्चित चित्रकूट हत्याकांड: बच्चों के अपहरण से पहले पदम ने की थी रैकी, फिर सभी आरोपियों ने मिलकर..

विशेष कोर्ट में गवाही जारी, तीन दिन में आठ गवाहों के हुए बयान

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Chitrakoot twin kidnap murder case Special Court continues testimony

Chitrakoot twin kidnap murder case Special Court continues testimony

सतना। बहुचर्चित चित्रकूट अपहरण और हत्याकांड को लेकर विशेष कोर्ट में गवाहों के कथन लेने की प्रक्रिया जारी है। शुक्रवार को तीन गवाहों के बयान दर्ज किए गए। इनमें से एक गवाह अजय दुबे ने कोर्ट को बताया कि उसने आयुर्वेदिक तेल व्यापारी ब्रजेश रावत के घर के आसपास मुख्य आरोपी पदम शुक्ला को कई बार देखा था। वारदात से पहले पदम घर व आस-पास की गलियों में भटकता दिख जाता था। उसकी गतिविधि भी संदिग्ध थी। ऐसा लगता था कि वह चोरी छिपे कुछ खोजने का प्रयास कर रहा है या फिर किसी का पीछा कर रहा है। जब वारदात हुई और आरोपी पकड़े गए, तब गतिविधि का आशय समझ में आया।

उल्लेखनीय है कि चित्रकूट के आयुर्वेदिक तेल व्यापारी ब्रजेश रावत के जुड़वां बच्चे प्रियांश व श्रेयांश का स्कूल बस से अपहरण किया गया। बाद में 20 लाख की फिरौती वसूलने के बाद दोनों की हत्या कर दी गई थी। मामले में विशेष कोर्ट ने बुधवार से गवाहों के बयान दर्ज करना शुरू किया है। इसी तारतम्य में शुक्रवार को तीन गवाहों के बयान दर्ज किए गए। जबकि कोर्ट की तरफ से पांच को समन जारी करते हुए बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया गया था। इसमें से अजय दुबे, बाबू खान और अर्जुन जामदार के बयान दर्ज हुए।

शिनाख्त परेड में की थी पहचान
पुलिस ने जेल के अंदर भी आरोपियों की शिनाख्त परेड कराई थी। एक कद काठी के करीब 9 लोगों को खड़ा कर दिया गया था। दोनों गवाहों ने आरोपियों की शिनाख्त कर ली थी। कोर्ट में भी गवाहों ने आरोपियों को पहचाना था।

अगली सुनवाई 17-19 जून तक
अभियोजन प्रवक्ता फखरुद्दीन ने बताया कि पहले चरण की सुनवाई 29-31 मई रखी गई थी। इसमें बयान दर्ज कराने के लिए 15 गवाहों को समन भेजा गया था। इसमें से 8 गवाहों के बयान हो चुके हैं। अब 17, 18 व 19 जून को अगली सुनवाई निर्धारित की गई है। इस दौरान प्रतिदिन कोर्ट में 5 गवाहों को बयान होंगे।

मोबाइल से मांगी गई थी फिरौती
बाबू खान व अर्जुन जामदार वो व्यक्ति हैं, जिनसे आरोपियों ने झूठ बोलकर मोबाइल मांगा था और फिर उससे इंटरनेट कॉलिंग करते हुए व्यापारी ब्रजेश रावत से फिरौती मांगी थी। इन दोनों गवाहों के बयान केस के लिए महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं।