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अपहृत किसान सकुशल 100 घंटे बाद पहुंचा अपने घर, फिरौती की रकम देकर छूटने की गांव में चर्चा, MP पुलिस के दावे फुस्स

locationसतनाPublished: Sep 12, 2019 03:31:20 pm

Submitted by:

suresh mishra

धारकुंडी थाना क्षेत्र के हरसेड गांव का मामला, 6 लाख के इनामी डकैत बबुली कोल ने 50 लाख रुपए मांगी थी फिरौती की रकम, शनिवार की रात हुआ था अपहरण, गुरुवार की अलसुबह 3.30 बजे घर पहुंचा पीडि़त किसान

crime news satna: Kidnapped farmer reached home after 100 hours safely

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सतना। मध्यप्रदेश के सतना जिला अंतर्गत डकैतों द्वारा अपहृत किया गया किसान सकुशल 100 घंटे बाद अपने घर पहुंच गया है। बताया गया कि धारकुंडी थाना क्षेत्र के हरसेड गांव से शनिवार की रात अवधेश द्विवेदी नामक किसान का अपहरण डकैतों ने कर लिया था। परिजनों ने कहा कि 6 लाख के इनामी डकैत बबुली कोल ने अपहरण कर लिया है। जिसने फिराती के रूप में 50 लाख रुपए की रकम मांगी है।
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सूचना के बाद थाने से लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय तक हड़कंप मचा हुआ था। खुद आईजी चंचल शेखर, डीआईजी अभिनाश शर्मा, पुलिस अधीक्षक रियाज इकबाल, एएसपी गौतम सोलंकी सहित धारकुंडी, सभापुर, कोटर, नयागांव, मझगवां सहित बरौंधा थाना प्रभारी अपने दल-बल के साथ जंगलों की सर्चिंग कर डकैतों पर दबाव बना रहे थे।
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फिरौती देकर छूटने की चर्चा
सूत्रों की मानें तो गांव में पहली चर्चा है कि पीडि़त परिवार ने डकैतों को 5 से 10 लाख रुपए फिरौती की रकम दी है। वहीं कुछ उधारी कर दिया गया है। जबकि दूसरे तरफ चर्चा है कि पुलिस के दबाव के कारण पीडि़त परिवार सीधे डकैतों को रुपए नहीं दे सकता था। इसलिए महजनी पर झोड़ दिया गया है। जैसे ही पुलिस इस मामले में ठंड हो जाएगी। वैसे ही डकैतों तक फिरौती की रकम पहुंचा दी जाएगी। ऐसा न करने पर फिर दोबार बदमाश पीडि़त परिवार को निशाना बना सकते है।
पुलिस का मुखबिर तंत्र फेल
तराई के सूत्र बताते है कि इन दिनों एमपी पुलिस का मुखबिर तंत्र बिल्कुल कमजोर हो गया है। पाठा के मुखबिरों का पुलिस से भरोसा उठ गया है। इसीलिए सतना पुलिस जंगलों की खाक छानते हुए हवा में तीर मारती रही। ऐसे में किसान के परिजनों का भी पुलिस से भरोसा उठ रहा था। जब पुलिस की ओर से कोई खास रिजल्ट नहीं मिला तो फिरौती की रकम देना ही मुनासिब समझा। छोटे मोटे डकैतों को पकड़ कर अक्सर सतना पुलिस वाहवाही लूटने में माहिर है।
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