
भगवान राम की प्रतिज्ञा वाला पहाड़ बेच रही है सरकार, गर्माई सियासत
सतना. भगवान राम के वनगमन पथ पर स्थित मध्य प्रदेश के सतना जिले में स्थित सिद्धा पहाड़ को खोदने की प्रशासकीय अनुमति होने जा रही है। आस्था के केंद्र इस पहाड़ परजिले के खनन कारोबारियों को खनन करने की अनुमति देने मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा लोक सुनवाई करने का निर्णय लिया गया है। इस मामले पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने सरकार को घेरा है। कांग्रेस का आरोप है कि, जिस सिद्धा पहाड़ पर खड़े होकर प्रभु श्री राम ने इस पृथ्वी को राक्षसों से मुक्त करने की प्रतिज्ञा ली थी, सरकार ऐसे पूजनीय और पुरातात्विक महत्व वाले पहाड़ को बेचने यानी खानन करने की अनुमति दे रही है।
आपको बता दें कि, रामचरित मानस और वाल्मीकि रामायण में स्पष्ट तौर पर उल्लेख है कि ये पहाड़ राक्षसों द्वारा ऋषि मुनियों को मारने के बाद उनके अस्थि समूह के ढेर से बना है लेकिन, सरकार यहां बाक्साइट, लेटराइट खनन के लिए अनुमति हिन्दू आस्था पर चोट की तरह गूंज सकती है। इसके लिए 30 सितंबर को जिले के सिद्धा गांव जो पहाड़ के नाम पर है, लोक सुनवाई की जाने वाली है।
श्री रामचरितमानस में ऐसे आता है जिक्र
श्री रामचरितमानस की चौपाई में सिद्धा पहाड़ का जिक्र देखने को मिला है। राक्षसों द्वारा ऋषि मुनियों को मारकर उनकी अस्थियों से बनाए गए इस पहाड़ पर ही खड़े होकर श्री राम ने राक्षसों को नष्ट करने की प्रतिज्ञा लेते हुए कहा था कि, 'निसिचर हीन करउँ महि भुज उठाइ पन कीन्ह।' (भावार्थ : श्री रामजी ने भुजा उठाकर प्रण लिया था कि, मैं पृथ्वी को राक्षसों से रहित कर दूंगा।)
पहले भी सरकार कर चुकी है पहाड़ बेचने की कोशिश
एक दशक पहले 2011-12 में भी सरकार ने इसकी कोशिश की थी लेकिन तब स्थानीय विरोध के चलते कार्यवाही रुक गई थी और तबके सतना कलेक्टर ने उस इलाके को खनन मुक्त घोषित कर दिया था। अब पर्यावरणीय स्वीकृति के नाम पर एक बार फिर कार्रवाई शुरू हुई है।
कोबरा सांप ने उगले अंडे, हैरान कर देने वाला वीडियो आया सामने
Published on:
31 Aug 2022 09:56 am
बड़ी खबरें
View Allसतना
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
