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महाविद्यालयों में गूंजे समान वेतन नहीं तो वोट नहीं के नारे

जनभागीदारी समिति के अतिथि विद्वानों ने किया विरोध प्रदर्शन

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Guest scholars protested in satna

जनभागीदारी समिति के अतिथि विद्वानों ने किया विरोध प्रदर्शन

सतना। जनभागीदारी समिति के अतिथि विद्वानों ने शिवराज सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए बुधवार को कन्या महाविद्यालय के गेट पर जोरदार प्रदर्शन किया। महिला अतिथि विद्वानों ने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करते हुए सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कॉलेज परिसर एक घंटे तक समान वेतन नहीं तो वोट नहीं के नारों से गूंजता रहा।
जनभागीदारी अतिथि विद्वानों का कहना है कि 11 सितंबर को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने भोपाल में अतिथि विद्वानों की महापंचायत बुलाई थी। जिसमें अतिथि विद्वानों को न्यूनतम वेतन 50 हजार देने तथा सरकारी नियुक्ति में 25 प्रतिशत आरक्षण की घोषणा की थी। लेकिन कॉलेजों में जनभागीदारी समिति द्वारा नियुक्त किए गए अतिथि विद्वानों को इसमे शामिल नहीं किया गया। इससे नाराज अतिथियों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
जनभागीदारी अतिथि विद्वानों का कहना है कि सरकार अतिथि विद्वान की तरह उनका संविलियन शासन के पदों पर करे तथा वेतन तथा अवकाश में एक रूपता नियम लागू करे। प्रदेश के सभी महाविद्यालयों में शासन द्वारा एक समान वेतन तय कर समान कार्य समान वेतन व्यवस्था लागू की जाए। जनभागीदारी विद्वानों ने कहा की उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वह मतदान का बहिष्कार करेंगे।