
पुलिस लेकर गांव पहुंची लेडी एसडीएम,टॉयलेट में चलवा दिया बुलडोजर
सतना. एक साल से सड़क पर अतिक्रमण कर बनाए गए शौचालयों को गिराने तहसील कार्यालय से लेकर कलेक्ट्रेट तक चक्कर लगा रहे ग्रामीणों ने आत्मदाह की चेतवानी दी तो प्रशासन की नींद टूट गई। शनिवार को रामपुर एसडीएम साधना परस्ते दलबल के साथ बकिया गांव पहुंची और सड़क के अतिक्रमण का मौका मुआयना किया। जांच में अतिक्रमण सहीं पाए जाने पर अनुविभागीय अधिकारी ने सड़क में बने निजी शौचालयों दीवार एवं मकानों को गिराने के निर्देश दिए। छह घंटे चली कार्रवाई में अतिक्रमण दस्ते ने छह शौचालयों पर बुलडोजर चलाने हुए उन्हें धराशायी कर दिया।
दरअसल, बकिया गांव की सरकारी आराजी नंबर 1314 व 2055 के अंश भाग में अवैध निर्माण करते हुए हुए लोगों ने सड़क में कब्जा कर लिया था। जिससे कॉलोनी का रास्ता अवरुद्ध था। इससे परेशान होकर लोगों ने तहसील न्यायालय से गुहार लगाई। तहसीलदार ने सुनवाई करते हुए अतिक्रमण माना ओर उसे हटाने के निर्देश दिए। एसडीएम ने भी सड़क से अतिक्रमण हटाकर रास्ता खाली कराने को कहा, लेकिन एक साल बीत जाने के बाद भी अधिकारियों के आदेश का पालन नहीं हुआ। इससे परेशान होकर बकिया तिवरियान के जगदीश प्रसाद पाण्डेय व प्रणत पाण्डेय ने आत्मदाह करने की चेतावनी दी थी। ग्रामीणों की इस चेतावनी के बाद प्रशासन हरकत में आया और गांव की सरकारी आराजी से अतिक्रमण हटाकर रास्ता खुलवा दिया।
पुलिस छावनी बना गांव
दोपहर 1.30 बजे दल बल के साथ बकिया गांव पहुचा प्रशासन अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई में जुट गया। कार्रवाई के दौरान किसी भी अप्रिय घटना से निपटने गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। गांव में पुलिस की तैनाती से छह घंटे तक गांव पुलिस छावनी में तब्दील रहा। अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान तनाव की स्थिति भी बनी। लेकिन पुलिस प्रशासन के सामने अतिक्रमणकर्ताओं की नहीं चली। हरकत में आए प्रशासन ने अतिक्रमण को लेकर एक साल से जारी विवाद को छह घंटे में हमेशा में लिए निराकृत कर दिया। कार्रवाई में एसडीएम के साथ तहसीलदार सविता यादव एवं एसडीओपी किरण केरो मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
Published on:
05 Aug 2019 01:03 am
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