
Investigation begins of Scholars home college for fake admission
सतना. महाविद्यालयों में चल रहे प्रवेश सत्र के दौरान फर्जीवाड़ा कर विद्यार्थियों का जबरदस्ती अपने यहां एडमिशन कराने और विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति फर्जी तरीके से अपने अकाउंट में डालने के मामले की जांच एक बार फिर शुरू हो गई है। जनसुनवाई में लगातार आ रहे मामलों को देखते हुए कलेक्टर सतेन्द्र सिंह ने जांच डिप्टी कलेक्टर संस्कृति शर्मा को सौंप दी है।
जनसुनवाई में कलेक्टर सतेन्द्र सिंह के पास अपनी शिकायत लेकर पहुंचे आवेदक नीर अग्रवाल पिता रमेश चंद्र अग्रवाल ने बताय कि वह कोलगवां चौक का निवासी है। वह स्कॉलर्स होम का विद्यार्थी रहा है। इस दौरान स्कॉलर्स होम प्रबंधन ने विजया बैंक प्रबंधक के साथ मिलकर कूटरचित दस्तावेज तैयार करते हुए मेरे नाम से फर्जी खाता खोल लिया। इसकी शिकायत तत्कालीन कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से की गई। तब सीएसपी ने मामले में मेरे बयान भी लिए थे। उधर, मामले में कलेक्टर ने आदिम जाति कल्याण विभाग के अफसर के नेतृत्व में एक टीम भी जांच के लिए गठित की थी। इसका परिणाम तो सामने नहीं आया, लेकिन मुझे कालेज से निकाल दिया गया। उधर आज तक आरोपियों के खिलाफ प्रकरण तक कायम नहीं किया गया।
कलेक्टर ने सौंपी डिप्टी कलेक्टर को जांच
जनसुनवाई में लगातार स्कॉलर्स होम की आ ही शिकायतों और विभिन्न छात्र संगठनों द्वारा दिए जा चुके ज्ञापन को कलेक्टर ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा कि इस महाविद्यालय में कुछ गड़बड़झाला है। लिहाजा उन्होंने इस मामले को व्यक्तिगत तौर पर जांच के लिये डिप्टी कलेक्टर संस्कृति शर्मा को सौंप दिया है।
अग्रणी महाविद्यालय की जांच पूरी
उधर, एडमिशन फर्जीवाड़े में कलेक्टर के निर्देश पर अग्रणी कालेज के प्राचार्य ने एक जांच दल गठित किया था। जांच दल ने पीडि़त पक्ष सहित कॉलेज प्रबंधन के बयान लेने के बाद अपनी रिपोर्ट कालेज प्रबंधन को सौंप दी है। हालांकि अभी मामले में क्या निर्णय लिया गया है यह तो स्पष्ट नहीं हो सका है लेकिन इसका प्रतिवेदन कलेक्टर को सौंप दिये जाने की बात सामने आई है।
"मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के निर्देश दिए गए हैं। जल्द ही जांच पूरी कर प्रतिवेदन कलेक्टर को सौंपा जाएगा।"
संस्कृति शर्मा, डिप्टी कलेक्टर
Published on:
04 Aug 2019 10:50 pm
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