
सतना विधानसभा क्षेत्र से
पुष्पेंद्र पाण्डेय. विधानसभा सीट सतना प्रदेश की राजनीति में चर्चा का विषय बनी है। भाजपा ने 20 साल से सांसद रहे गणेश सिंह को सियासी रणभूमि में उतारकर चुनाव को रोचक बना दिया है। कांग्रेस के सिद्धार्थ कुशवाहा से कड़ी टक्कर के बीच भाजपा के बागी रत्नाकर चतुर्वेदी ने बसपा से मैदान में उतरकर मुकाबले को त्रिकोणीय कर दिया है। तीनों प्रत्याशी प्रचार से ज्यादा महत्त्व समाज और संगठन की सामूहिक बैठक कर जातिगत समीकरण बैठाने में दे रहे हैं।
अब भी इलाज कराने बाहर जा रहे: जनता सडक़, सीवरेज, बिजली, व्यवस्थित ट्रैफिक, पार्किंग, रोजगार और उद्योग जैसे मुद्दों पर बात तो करती है, लेकिन चेहरों पर सबसे ज्यादा चर्चा होती है। शाम करीब 7.30 बजे बस स्टैंड पर त्योहारी भीड़ थी। चुनावी चर्चा में कमलेश गौतम कहने लगे जो समस्याएं पांच साल पहले थीं, वही आज हैं। न शहर का यातायात सुधरा न पार्किंग मिली। शिक्षा में सुधार के नाम पर घोषणाएं हुईं। कारोबारी जय अग्रवाल कहते हैं पुराने उद्योग बंद हो रहे, नया एक भी नहीं खुला। विनोद पयासी और अनिल मिश्रा ने कहा, पांच साल पहले भी इलाज के लिए जबलपुर, भोपाल और नागपुर जाते थे और अब भी जा रहे।
मतदाता 2.45 लाख
मुख्य प्रतिद्वंद्वी
गणेश सिंह - कांग्रेस सनातन विरोधी, देश में 50 साल राज किया, काम कुछ नहीं हुआ।
कमलनाथ सरकार ने गरीब कल्याण की योजनाएं बंद कीं।
विधायक पांच साल गायब रहे। उन्होंने जनता के लिए क्या काम किया, इसका हिसाब दें।
सिद्धार्थ कुशवाहा - सांसद बताएं सतना विकास में कैसे पीछे चला गया।
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार, मेडिकल का अपना अस्पताल क्यों नहीं।
सरकार युवाओं के साथ छल कर रही।
बस स्टैंड पर ट्रांसपोर्टर्स और शहर के लोगों ने चर्चा की।
ये भी पढ़ें : mp election 2023 किसान सम्मान निधि और कर्जमाफी के बीच जंग, खाद का भी मुद्दा
Updated on:
09 Nov 2023 11:29 am
Published on:
09 Nov 2023 11:25 am
बड़ी खबरें
View Allसतना
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
