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MP News: मध्य प्रदेश का सतना जिला इन दिनों जमकर चर्चाओं का विषय बना हुआ है। यहां तीन दिन के अंदर ही देश के सबसे दो गरीब आदमी मिल चुके हैं। पहला मामला जिले की कोठी तहसील से सामने आया था। अब दूसरा मामला उचेहरा तहसील से सामने आया है। यहां पर संदीप नाम के युवक को जारी किए गए आय प्रमाण पत्र में सालाना आय 'शून्य रुपए' प्रदर्शित हो रही है। आय प्रमाण पत्र अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
दरअसल, पूरा मामला उचेहरा तहसील के अमदरी गांव निवासी संदीप कुमार नामदेव को जारी किया गया था। जिसमें उनकी वार्षिक आय शून्य रुपए दर्ज की गई है। यह आय प्रमाण पत्र 7 अप्रैल 2025 को जारी किया गया था। जिस पर बकायदा प्राधिकृत अधिकारी रविकांत शर्मा के हस्ताक्षर हैं। ऐसे में हैरानी की बात यह है कि बिना किसी सत्यापन के तहसील कार्यालय ने इतना अविश्वसनीय दस्तावेज कैसे जारी कर दिया? पिछले तीन दिनों से यह मामला सोशल मीडिया पर जमकर सुर्खियां बटोर रहा है। लोग तहसील कार्यालय की इस लापरवाही पर सवाल उठा रहे हैं। आखिर बिना जांच के ऐसे फर्जी प्रमाणपत्र बार-बार कैसे जारी हो रहे हैं? इस मामले ने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
जिले के कोठी तहसील से भी आय प्रमाण पत्र में चूक का मामला सामने आया था। जहां नयागांव निवासी रामस्वरूप पिता श्यामलाल को 22 जुलाई 2025 को आय प्रमाण पत्र जारी किया था। जिसमें उनकी सालाना आय सिर्फ तीन रुपए दर्ज की गई थी। उसमें तहसीलदार सौरभ द्विवेदी के हस्ताक्षर भी थे। मामला सामने आने के बाद सफाई दी थी कि त्रुटिवश संख्या में हेरफेर हो गई थी। इसके बाद अधिकारियों ने आय प्रमाण पत्र को निरस्त कर नया प्रमाण पत्र जारी किया था। जिसके उनकी आय 30 हजार रुपए सालाना प्रदर्शित की गई।
Published on:
28 Jul 2025 04:13 pm
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