
धान खरीदी से जुड़े अधिकारियों की बैठक लेते नवागत कलेक्टर अनुराग वर्मा
सतना. नवागत कलेक्टर अनुराग वर्मा ने धान उपार्जन की पहली समीक्षा बैठक ली। इसमें उन्होंने अफसरों को स्पष्ट कर दिया है कि धान खरीदी में किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। किसानों से किसी भी तरीके से पैसे लेकर खरीदी की शिकायत नहीं मिलनी चाहिए। अफसरों को चेताया कि कुर्सियों में न बैठे रहे, फील्ड में जाकर धान खरीदी की जांच करें। अभी तक नोडल अफसर नहीं बनाए जाने पर डीएसओ को फटकार लगाई। बताया गया कि अब तक 156 किसानों के 19 ईपीओ लगभग 1.95 करोड़ रुपये के जनरेट किए जा चुके हैं। बैठक में डीएसओ केके सिंह, डीएम नान दिलीप सक्सेना, महाप्रबंधक सीसीबी सुरेश गुप्ता, उप पंजीयक सहकारिता के. पटनाकर मौजूद रहे।
दबंगों पर नोडल रखेंगे नियंत्रण
डीआरसीएस ने बैठक में बताया कि कुछ दबंग किस्म के लोग खरीदी केन्द्रों में आकर मनमानी करते हैं। उनपर समिति प्रबंधकों का जोर नहीं चलता है। इस पर कलेक्टर ने कहा कि इसके लिये नोडल अफसर बनाए गए हैं। इस संबंध में डीएसओ से जानकारी लेने पर बताया गया कि इसके लिये एसडीएम को अधिकृत किया गया है, लेकिन उन्होंने अभी तक नोडल नहीं बनाए हैं। कलेक्टर ने डीएसओ से कहा कि फिर आपकी क्या जिम्मेदारी है? आपको बात करनी थी। फिर कलेक्टर ने सभी एसडीएम को निर्देश दिलवाया कि आज की स्थिति में नोडल अफसर गठित कर दिये जाने चाहिए।
... और फंस गये डीएसओ
डीएसओ ने कलेक्टर को बताया कि 81 हजार किसान पंजीकृत हैं जिनमें से 79 हजार का सत्यापन हो चुका है। इसके बाद उन्होंने शेष किसानों की संख्या 198 बताई। इसे कलेक्टर ने पकड़ लिया। कहा कि आपके जवाब में तो लगभग 1600 का अंतर है। ये क्यों है? जिसका जवाब डीएसओ नहीं दे सके। इस पर एनआईसी से डीआईओ को बुलाया गया। उन्हें इसका परीक्षण करने कहा कि आखिर अंतर क्यों दिख रहा है।
ट्रकों की जानकारी नहीं दे पाए डीएम नान
कलेक्टर को डीएम नान नहीं बता पाए कि कितने ट्रक परिवहन कार्य में लगे हैं। इसपर असंतोष जताते हुए कलेक्टर ने डीएम नान से कहा कि पूरे केन्द्रों की ट्रकवार मैपिंग कराएं। ट्रक अपनी पसंद के हिसाब से परिवहन नहीं करेंगे। प्रतिदिन इनसे पूछताछ की जाए। ट्रकों की कंट्रोलिंग अपने हाथ में लें, ट्रांसपोर्टर के भरोसे मत रहें। 49 केन्द्र ऐसे मिले जहां ट्रक अभी तक गये ही नहीं।
बनाएं दो टीम
कलेक्टर ने कहा कि धान खरीदी में संलग्न विभागों के अधिकारी दो टीमें बनायें। एक टीम में नान के और दूसरी में वेयर हाउसिंग के अधिकारी अवश्य रहें। दोनों टीमें उपार्जन केंद्रों का भ्रमण कर सोसायटी और परिवहन के कार्यों में नियंत्रण बनाए रखें।
कलेक्टर ने यह दिये निर्देश
धान खरीदी एक नजर में
Published on:
17 Dec 2021 10:03 am
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