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बाढ़ आपदा प्रबंधन: बिना होमवर्क बैठक में पहुंचे अधिकारी, कलेक्टर ने 3 जून को फिर बुलाया

बाढ़ आपदा प्रबंधन तैयारी की समीक्षाबाढ़-अतिवृष्टि से निपटने माकूल इंतजाम करने के कलेक्टर ने दिए निर्देश

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Officers who reached the meeting without homework

Officers who reached the meeting without homework

सतना. बाढ़ आपदा प्रबंधन की तैयारी को लेकर आयोजित जिलास्तरीय बैठक किसी ठोस नतीजे तक नहीं पहुंच सकी। बिना पूरे होमवर्क के पहुंचे अधिकारियों की जानकारी देखते हुए कलेक्टर ने सभी जिम्मेदारों को अगली बैठक में पूरी तैयारी के साथ पहुंचने के निर्देश दिए। अगली बैठक 3 जून को बुलाई गई है। हालांकि इस दौरान कलेक्टर सतेंद्र सिंह ने अधिकारियों को बाढ़, अतिवृष्टि से निपटने माकूल इंतजाम करने के निर्देश दिए। बैठक में पुलिस अधीक्षक रियाज इकबाल, जिपं सीईओ साकेत मालवीय, निगमायुक्त संदीप जीआर, अपर कलेक्टर आईजे खलखो सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे बाढग़्रस्त गावों एवं बस्तियों की सूची तैयार करें तथा डूब क्षेत्र के आसपास सुरक्षित स्थानों को चिह्नित करें, जहां बाढ़ आने पर ग्रामीणों को सुरक्षित रूप से रोका जा सके। कार्य में संलग्न अधिकारियों-कर्मचारियों के मोबाइल नम्बर अपने पास रखें। यदि बाढ़ की स्थिति निर्मित होती है तो तुरंत सूचना देकर बचाव कार्य प्रारंभ कर दें।

सूचना पर तुरंत सक्रिय हों अधिकारी

कलेक्टर ने कहा कि बाढग़्रस्त स्थानों पर संबंधित अधिकारी तुरंत अपने अमले के साथ पहुंचें और बाढ़ से निपटने के लिए हर संभव प्रयास करें। कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि अगले सप्ताह सोमवार को टीएल बैठक के बाद पुन: बाढ़ से निपटने संबंधी बैठक आयोजित की जाएगी। इसमें सभी अधिकारी बाढ़ से निपटने हेतु बाढ़ प्रभावित ग्रामों, बस्ती की सूची एवं अन्य जानकारी के साथ बैठक में उपस्थित होंगे।
एसपी ने मशीनरी दुरुस्त करने दिए निर्देश
एसपी ने जिले की औसत वर्षा की जानकारी प्राप्त की तथा होमगार्ड से लाइफ जैकेट, नाव, गोताखोरों तथा बचाव दल की जानकारी प्राप्त की। नगरीय क्षेत्र में बाढ़ से निपटने के लिए जेसीबी मशीन एवं बचाव दल तैयार रखने के संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए। कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने जिले के नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में बाढ़ आने के कारणों एवं बचाव के उपायों के संबंध में अधिकारियों से पुराने अनुभव साझा किए।

यह दिए गए निर्देश

- होमगार्ड राहत कार्यों में उपयोग होने वाले सभी उपकरण रिपेयर करवा लें और आवश्यकता होने पर उनकी खरीदारी कर लें।
- एसडीएम अपने-अपने क्षेत्र के बाढ़ और जलभराव वाले इलाकों का चिन्हांकन कर आपदा स्थिति का प्लान तैयार कर लें।

- एसडीएम क्षेत्रवार टीम तैयार करें और टीम का नोडल अधिकारी बनाकर उनके सभी के नंबर ले लें।
- एसडीएम आपात स्थिति के लिये चिकित्सकों की पूरी सूची तैयार कर लें।

- नगर निगम भी जल भराव और बाढ़ वाले इलाकों को चिन्हिंत कर लें और वार्ड वार्ड राहत दल तैयार कर उनका कम्युनिकेशन प्लान बनाए।
- लोनिवि और जल संसाधन विभाग बाढ़ वाली नदियों में डेंजर प्वाइंट (खतरे के निशान) की मार्किंग करें।

- बाढ़ के दौरान जिन पुल पुलियों में पानी उपर बहने लगता है उन्हें चिन्हांकित कर बोर्ड में चेतावनी लगाई जाए। ज्यादा आवागमन वाले इलाकों में बैरियर आदि व्यवस्थाओं का प्लान करें।
- एसडीएम पंचायतवार बाढ़ आपदा का प्लान तैयार करें।

- अगले सप्ताह सभी जानकारियों के साथ टीएल बैठक के बाद फिर से पूरी जानकारी के साथ समीक्षा होगी।