पंचायत चुनाव में फिर बहा खून
सतना जिले के सिंहपुर थाना इलाके के कुड़िया गांव में पंच पद के प्रत्याशी आदिवासी युवक की लाठी-डंडों से पीट पीटकर हत्या कर दी गई। वारदात बुधवार गुरुवार की रात 3:00 बजे की बताई जा रही है। वारदात चुनावी रंजिश से जुड़ी हुई लग रही है। बताया गया कि मृतक राजमन कोल 35 वर्ष दुर्गापुर पंचायत का पूर्व उप सरपंच भी था वर्तमान में वार्ड 14 से पंची का चुनाव लड़ रहा था। इस मामले में पुलिस ने सनी सिंह व भोली सिंह नाम के अपराधियों पर हत्या के प्रयास का प्रकरण कायम किया था। बताया गया कि प्रकरण कायम होने के कुछ देर बाद ही रीवा में उपचार के दौरान राजमन की मौत हो गई है। आशंका जताई जा रही है कि राजमन को गोली भी मारी गई है। हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई। राजमन की मौत का समाचार सुनते ही उसके परिजन सहित समाज के लोग सिंहपुर थाना में जमा होने लगे हैं। उधर एक आरोपी भी घायल बताया जा रहा है जिसे पुलिस ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया है।
सतना जिले के सिंहपुर थाना इलाके के कुड़िया गांव में पंच पद के प्रत्याशी आदिवासी युवक की लाठी-डंडों से पीट पीटकर हत्या कर दी गई। वारदात बुधवार गुरुवार की रात 3:00 बजे की बताई जा रही है। वारदात चुनावी रंजिश से जुड़ी हुई लग रही है। बताया गया कि मृतक राजमन कोल 35 वर्ष दुर्गापुर पंचायत का पूर्व उप सरपंच भी था वर्तमान में वार्ड 14 से पंची का चुनाव लड़ रहा था। इस मामले में पुलिस ने सनी सिंह व भोली सिंह नाम के अपराधियों पर हत्या के प्रयास का प्रकरण कायम किया था। बताया गया कि प्रकरण कायम होने के कुछ देर बाद ही रीवा में उपचार के दौरान राजमन की मौत हो गई है। आशंका जताई जा रही है कि राजमन को गोली भी मारी गई है। हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई। राजमन की मौत का समाचार सुनते ही उसके परिजन सहित समाज के लोग सिंहपुर थाना में जमा होने लगे हैं। उधर एक आरोपी भी घायल बताया जा रहा है जिसे पुलिस ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया है।
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चुनावी रंजिश में युवक को पहले पीटा और फिर कुएं में फेंका, मौत
5 दिन पहले टीकमगढ़ में भी हुई थी हत्या
पंचायत चुनाव की रंजिश में युवक की हत्या का प्रदेश में ये कोई पहला मामला नहीं है । पांच दिन पहले ही टीकमगढ़ के जरुआ गांव में भी एक पंच प्रत्याशी की हत्या कर दी गई थी। तब पंच का नामांकन पत्र वापस नहीं लेने पर मुकेश यादव नामक युवक की विपक्षी दलों के लोगों ने पहले तो जमकर पिटाई की थी और फिर उसे घायल हालत में कुएं में फेंक दिया था जिससे मुकेश की मौत हो गई थी। घटना के वक्त मुकेश के परिजन भी घटनास्थल पर पहुंच गए थे लेकिन दबंगों ने उन्हें बेटे को कुएं से निकालने नहीं दिया था।