
(फोटो सोर्स: AI Image)
MP News: एमपी में सतना जिले के कई स्कूलों में कम नामांकन के बावजूद शिक्षकों की बड़ी संख्या को देखते हुए लोक शिक्षण संचालनालय (डीपीआई) सख्त हो गया है। डीपीआई के निर्देश पर सतना और मैहर जिले की 252 प्राथमिक शालाओं को पास के स्कूलों में मर्ज करने की तैयारी चल रही है। इस कदम से लगभग 400 शिक्षकों को उन स्कूलों में भेजा जाएगा जहां शिक्षकों की कमी है। यह कार्रवाई शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के उद्देश्य से की जा रही है।
लंबे समय से यह मुद्दा उठ रहा था कि कई स्कूलों में कम बच्चे हैं, फिर भी शिक्षक तैनात हैं, जबकि कई बड़ी स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी है। अब इसी असंतुलन को खत्म करने के लिए यह फैसला लिया गया है। जिला शिक्षा अधिकारी कंचन श्रीवास्तव ने 12 सितंबर को दोनों जिलों के 8 विकासखंडों की 252 प्राथमिक शालाओं का सत्यापन करवाया। इन स्कूलों में बच्चों की संख्या 1 से 10 के बीच पाई गई।
सत्यापन के बाद यह तय किया गया कि इन स्कूलों को पास के बड़े स्कूलों में मिला दिया जाएगा। आंकड़ों के अनुसार सबसे ज्यादा 66 कम नामांकन वाली स्कूलें नागौद विकासखंड में हैं। इसके बाद रामनगर में 57, रामपुर बाघेलान में 53, सोहावल में 38, मझगवां में 24, मैहर और अमरपाटन में 18-18 और उचेहरा में 14 ऐसे स्कूल हैं। डीपीआई का स्पष्ट निर्देश है कि कम छात्रों वाली स्कूलों को संचालित करने का कोई औचित्य नहीं।
दोनों जिलों में कई ऐसी शालाएं हैं, जहां शिक्षकों ने फर्जी नामांकन किया है। वह उन बच्चों के नामांकन किए हैं, जो स्कूल नहीं आना चाहते। अब इस कार्रवाई से न केवल शिक्षकों को वास्तविक कार्यस्थल मिलेगा, बल्कि छात्रों को भी शिक्षकों की उपलब्धता सुनिश्चित होगी। मर्ज प्रक्रिया के बाद जिले के सरकारी स्कूलों की स्थिति सुधरेगी और संसाधनों का बेहतर उपयोग हो सकेगा।
सतना जिला
मझगवां - 24
नागौद - 66
रामपुर - 53
सोहावल - 38
उचेहरा - 14
कुल - 195
मैहर - 18
अमरपाटन - 18
रामनगर - 57 कुल- 57
Published on:
16 Sept 2025 04:21 pm
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