। आप हैरान हो रहे होंगे कि फिल्म अभिनेता सलमान खान सतना के मुकुंदपुर कब पहुंच गए? लेकिन हैरानी की बात नहीं। सच होने के बाद भी पूरी तरह से सच नहीं है। हम दो तेंदुए के मुकुंदपुर आने की बात कर रहे हैं। जिनका नाम सलमान व पूनम है। अब ये स्थायी रूप से मुकुंदपुर चिडिय़ाघर का हिस्स रहेंगे। इन्हें भोपाल के वन विहार राष्ट्रीय उद्यान से शिफ्ट किया गया है। लगभग एक सप्ताह की कवायद के बाद वे सतना पहुंचे हैं। इसके लिए अधिकारियों की एक टीम को सतना से भोपाल भेजा गया था। उनकी मॉनीटरिंग में दोनों तेंदुए को सतना के मुकुंदपुर के लिए रवाना किया गया था। जो शुक्रवार को पहुंचे हैं। लगभग 24 घंटे गुजर जाने के बाद भी दोनों तेदुंए स्वस्थ हैं और अपनी सामान्य खुराक ले रहे हंै। पूनम नामक तेंदुए की माता पृथ्वी और पिता राणा हैं। इसका जन्म वनविहार भोपाल में अगस्त 2001 में हुआ था। सलमान को वर्ष 2010 में 6 वर्ष की आयु में मंडला से वन विहार लाया गया था। अब दोनों को सतना के मुकुंदपुर में शिफ्ट कर दिया गया है। इसके लिए केन्द्रीय चिडिय़ाघर प्राधिकरण से अनुमति ली गई थी।
बजट नहीं मिला तो रुका निर्माण कार्यपत्रिका न्यू•ा नेटवर्क
मुकुंदपुर के चिडिय़ाघर मेें निर्माण कार्य बंद हो गए हैं। प्रबंधन का कहना है कि शासन की ओर से बजटही नहीं मिला, इस कारण निर्माण कार्य रुका हुआ है। कईबाड़ों का काम अधूरा है, जिसके चलते अब वहां पर जानवरों को लाए जाने का काम और पिछड़ जाएगा। अप्रैल महीने में लोकार्पण करने आए मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी कि बजटके अभाव में चिडिय़ाघर का काम प्रभावित नहीं होगा। यहां की सफारी और चिडिय़ाघर को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाया जाएगा। इस घोषणा के बाद से ही निर्माण कार्य धीमा पडऩे लगा था। चिडिय़ाघर और ह्वाइट टाइगर सफारी के निर्माण में 54 करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत हुआ है जिसमें अब तक 49 करोड़ रुपए से अधिक खर्च किए जा चुके हैं। इसके करीब 24 करोड़ के भुगतान पर सवाल उठाया जा रहा है, विधानसभा में भी आर्थिक अनियमितता का मामला विधायकों की ओर से उठाया गया था। जिस पर वन मंत्री ने जांच कराने का आश्वासन दिया है। जांच भी चल रही है और विभाग के कईबड़े अधिकारी इसके दायरे में आए हैं।