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आजाक जिला संयोजक हत्याकांड का मास्टरमाइंड पीडब्ल्यूडी अधिकारी गिरफ्तार

कार्रवाई: कोर्ट में सरेंडर करने से पहले ही पुलिस ने किया गिरफ्तार

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Ajak District Convenor Murder Case - Main accused released from jail

Ajak District Convenor Murder Case - Main accused released from jail

सतना. आजाक जिला संयोजक अभिषेक सिंह हत्याकांड का मास्टरमाइंड व पीडब्ल्यूडी अधिकारी प्रदीप सिंह को सतना पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। प्रदीप सतना कोर्ट में सरेंडर करने जा रहा था उससे पहले ही पुलिस को सूचना मिल गई। इसके बाद सिविल लाइन थाना पुलिस घेराबंदी करते हुए गिरफ्तार करने में सफल रही। गिरफ्तारी के बाद उसे सिविल लाइन थाने में रखा गया है। वहां पुलिस अधिकारी लगातार पूछताछ कर रहे हैं। बताया जा रहा कि बुधवार को विशेष कोर्ट में पेश किया जाएगा।
दरअसल, प्रदीप को गिरफ्तार करने में सतना पुलिस सफल नहीं हो रही थी। लिहाजा, दबाव बनाने का खेल शुरू किया गया। इसके बाद कोर्ट से आरोपी को फरार घोषित कराया गया। उसके बाद अभियोजन के माध्यम से संपत्ति की कुर्की नोटिस जारी कराई गई। उसमें संपत्ति की जानकारी के साथ-साथ बैंक खातों की जानकारी भी दी गई थी। कुर्की नोटिस का समय जून के अंतिम सप्ताह में खत्म होने जा रहा था। आरोपी प्रदीप कुर्की से बचना चाहता था। लिहाजा, अधिवक्ता के माध्यम से कोर्ट में सरेंडर करने सतना आया था। इसकी भनक पुलिस को लग गई, पुलिस ने कोर्ट पहुंचने से पहले ही प्रदीप को गिरफ्तार कर लिया।

ये है मामला

आजाक जिला संयोजक अभिषेक सिंह का शव 14 अगस्त 2018 को सरकारी बंगले में पाया गया था। शुरुआती दौर में मौके पर कुछ नहीं मिला, आत्महत्या माना जा रहा था। लेकिन, मृतक के पिता के कहने पर मेडिकल कॉलेज में पीएम कराया गया और हत्या की पुष्टि हो गई। इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की, तो प्रेम संबंधों के चक्कर में हत्या का मामला सामने आया। वारदात का मास्टरमाइंड प्र्रदीप सिंह को बताया गया। वह पीडब्ल्यूडी अधिकारी था। पुलिस ने अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन प्रदीप गिरफ्त से दूर चल रहा था।


11 माह से फरार
प्रदीप 15 अगस्त 2018 से अंडर ग्राउंड चल रहा था। करीब ११ माह से फरार चल रहा था। पुलिस की टीमें लगातार सर्च कर रहीं थीं, लेकिन सफलता नहीं मिल रही थी। जबकि शहडोल, उमरिया, रीवा, दिल्ली तक में दबिश दी गई।

कार हो गई ट्रेस

पुलिस प्रदीप के संभावित नंबरों को सर्विलांस में डाले हुए थी। आरोपी भी शातिर था, लिहाजा नंबर बदलता रहा और अक्सर मोबाइल बंद रखता था। इससे लोकेशन ट्रेस नहीं होती थी। मंगलवार को भी यही स्थिति थी। लेकिन, जब वह सिटी कोतवाली चौराहा से गुजर रहा था तो पुलिस ने उसकी कार को ट्रेस कर लिया। धवारी व सिविल लाइन में भी कार ट्रेस हुई। उसके बाद घेराबंदी करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया गया।


पिटी थी पुलिस की भद्द
प्रदीप सिंह की गिरफ्तारी में लापरवाही को लेकर सतना पुलिस की भद्द पिटती रही है। बताया जाता है कि वारदात के कुछ दिन बाद ही सतना पुलिस प्रदीप को रेस्ट हाउस में पूछताछ के लिए बुलाई थी। लेकिन, गिरफ्तारी नहीं की। जिसके बाद आरोपी गायब हो गया।