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श्रीकृष्ण जन्मोत्सव: नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल से गुंजायमान हुआ पांडाल

चौथे दिन श्री कृष्ण जन्मोत्सव में उमड़ी भीड़, पांचवें दिन हुई गोवर्धन पूजा

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Shree Krishna Janmotsav nand gher anand bhayo jai kanhaiya lal ki song

Shree Krishna Janmotsav nand gher anand bhayo jai kanhaiya lal ki song

सतना। मंगल भवन धवारी स्थित वरिष्ठ समाजसेवी चंद्रकमल त्रिपाठी द्वारा आयोजित कराई जा रही संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन सोमवार को भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान पांडाल में चारों तरफ नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की के स्वर गुंजाएगामन हो रहे थे। परिसर को बड़े ही आकर्षक तरीके से सजाया गया था। एक पालने में भगवान कृष्ण को झूला झुलाने श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही थी। श्रद्धालु भजनों की धुनों पर नाचते-गाते नजर आ रहे थे। वहीं पांचवें दिन गौवर्धन पूजा कराई गई।

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कथा वाचक बद्री प्रपन्नाचार्य ने मुख्य यजमान अनीता आलोक त्रिपाठी को भागवत का श्रवण कराते हुए कहा कि जन्म और अवतार में बहुत बड़ा भेद है क्योंकि जन्म हम मानव का होता है। लेकिन प्रभु का अवतार होता है। जैसे कोई एक व्यक्ति कुएं में गिर जाए और दूसरा उसे बचाने के लिए नीचे उतरे, तो यह नहीं कहा जाता कि दूसरा व्यक्ति कुएं में गिर गया है।

बल्कि यह कहा जाता है कि वह उसे बचाने के लिए नीचे उतरा है। वैसे ही प्रभु हम मानवों को बचाने के लिए किसी न किसी रूप में अवतरित होते हैं। उनका कभी जन्म नहीं होता बल्कि अवतार होता है। वहीं उन्होंने कहा कि देश में बुजुर्गों व महिलाओं का जिस तरह से अपमान और अनादर हो रहा है। वह बिल्कुल भी नहीं होना चाहिए। हम सबको बुजूर्गों व महिलाओं का सम्मान करना चाहिए।

इन्होंने किया कथा का श्रवण
चौथे दिन भागवत कथा का श्रवण करने सांसद गणेश सिंह, पूर्व विधायक शंकरलाल तिवारी, पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह गहरवार, शैलेन्द्र नेमा, संजीव भल्ला, उदय शरण चतुर्वेदी, कमलेश मिश्रा, सुरेश प्रसाद त्रिपाठी, शैलेंद्र त्रिपाठी, शिवदत्त गर्ग, उमेश चतुर्वेदी, राजनारायण तिवारी, अशोकराय त्रिपाठी, साधु शीतलानी, डब्बू बंसल, संजय सिंह, सुधीर त्रिपाठी, यज्ञेश त्रिपाठी, अक्षय त्रिपाठी, सूर्यकमल त्रिपाठी, विनय कमल त्रिपाठी, गौरव त्रिपाठी, वैभव त्रिपाठी, शिवनारायण मिश्रा के साथ हजारों की तादात में भक्त मंडली उपस्थित रही।