
ats team arrest 5 accused terror funding from satna
सतना। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी को गोपनीय सूचनाएं देने वाले नेटवर्क से जुड़े बलराम की गिरफ्तारी के बाद टेरर फंडिंग से जुड़े एक और नेटवर्क का भण्डाफोड़ हुआ है। पाकिस्तान के डेढ़ दर्जन नंबरों से लगातार संपर्क में रहकर पाकिस्तानी रहनुमाओं की आर्थिक मदद करने वाले इस नेटवर्क के पांच युवक गिरफ्तार किए गए हैं।
गिरफ्तार युवकों से आईजी और डीआईजी ने भी सतना पहुंचकर पूछताछ की। पुलिस अधीक्षक रियाज इकबाल ने मामले की जानकारी आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) को दे दी है। गुरुवार की सुबह कोलगवां थाने से भोपाल एटीएस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वहीं दो अन्य युवकों की गिरफ्तारी की अभी तक पुष्टि नहीं हो पाई है।
साइबर निगरानी से पकड़े गए आरोपी
सूत्रों की मानें तो पुलिस अधीक्षक रियाज इकबाल को सतना में टेरर फंडिंग नेटवर्क की जानकारी मिली। इस पर उन्होंने मामले की पड़ताल शुरू की। कुछ युवक टेरर फंडिंग की गतिविधियों में संलिप्त पाए गए। इनकी साइबर निगरानी बढ़ा दी गई, जिससे यह पुख्ता हो गया कि ये लोग पाकिस्तान के कई नंबरों से लगातार संपर्क में हैं और वहां के निर्देशों पर सतना सहित अन्य स्थानों से भारी भरकम राशि आतंकियों के नेटवर्क को दे रहे थे। सारी जानकारी पुख्ता होने पर पांच युवकों को उठा लिया गया है। इनसे गहन पूछताछ की जा रही है।
ये आरोपी गिरफ्तार
भोपाल की एटीएस टीम ने आतंकियों तक पैसा पहुंचाने के मामले में सतना से 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में बलराम सिंह सोहास कोटर थाना, भागवेंद्र सिंह, सुनील सिंह, शुभम तिवारी समेत एक अन्य आरोपी शामिल है। आरोप है कि यह पांच सतना में बैठकर कई राज्यों में टेरर फंडिंग का नेटवर्क चला रहे थे। इनमें मुख्य आरोपी बलराम पहले भी 2016 में जेल की हवा खा चुका है और हाल ही में जमानत पर बाहर आया था।
स्मार्ट फोन और लैपटॉप भी जब्त
एटीएस सूत्रों ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपितों से स्मार्ट फोन और लैपटॉप भी जब्त किए। जिसमें 17 पाकिस्तानी नंबर मिले है, जिनके माध्यम से ये लोग आतंकियों के फंड मैनेजर से वीडियो कॉलिंग, मैसेंजर काल और व्हाट्सएप चैटिंग किया करते थे। मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्च अधिकारियों को इस संबंधी जानकारी दे दी है।
Published on:
22 Aug 2019 01:58 pm
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