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जिले की पहली एनसीसी यूनिट बंद,एनसीसी के कोटा बटालियन ने जारी किए निर्देश

जिले की पहली एनसीसी यूनिट बंद,एनसीसी के कोटा बटालियन ने जारी किए निर्देश

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सवाईमाधोपुर के राउमावि साहूनगर में एनसीसी यूनिट बंद होने के बाद सामान ले जाते एनसीसी अधिकारी।

राउमावि साहूनगर में संचालित थी...
यह कैसा विजन 2020
सवाईमाधोपुर. एक ओर तो प्रधानमंत्री विजन 2020 के तहत राष्ट्रीय कैडट कोर (एनसीसी) के प्रशिक्षण को सभी विद्यार्थियों के लिए आवश्यक करने की तैयारी की जा रही है। दूसरी ओर एनसीसी के कोटा मुख्यालय द्वारा जिला मुख्यालय स्थित राउमावि साहूनगर में संचालित एनसीसी की यूनिट को बंद किया जा रहा है। इस संबंध में निर्देश दिए हैं।


जिले की पहली एनसीसी यूनिट थी : राउमावि साहूनगर में ही 1980 में जिले की पहली एनसीसी में थल इकाई शुरू की गई थी। इसके बाद ही जिले के अन्य विद्यालयों व महाविद्यालयों मेंं इकाईयों की स्थापना की गई थी। इकाई में 50 कैडेट्स प्रवेश लेकर प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते थे।
सालों से नहीं था ट्रेनिंग ऑफिसर : विद्यालय में सालों से एनसीसी ट्रेनिंग ऑफिसर का पद खाली था। वर्ष 2000 के आसपास तत्कालीन अध्यापक नंदन सिंह ने अंतिम बार कैडेट्स को विद्यालय में एनसीसी का प्रशिक्षण दिया था। टे्रनिंग ऑफिसर के रिक्त पद की विद्यालय प्रशासन की ओर से किसी भी कार्मिक को जिम्मेदारी ही नहीं दी गई। ऐसे में एनसीसी की ओर से भी विद्यालय के किसी भी कार्मिक को प्रशिक्षण भी नहीं दिया जा सका।


सालों से नहीं हो रहे प्रवेश
विद्यालय की एनसीसी यूनिट में सालों से ही विद्यार्थियों द्वारा रुचि नहीं दिखाई जा रही है। ना ही इसके लिए विद्यालय प्रशासन की ओर से कोई प्रयास किए जा रहे है। इस वर्ष विद्यालय में एनसीसी यूनिट में एक भी कैडेट ने दाखिला नहीं लिया। एनसीसी अधिकारियों ने बताया कि हर साल विद्यालयों में एनसीसी संबंधित रिपोर्ट मांगी जाती है। ऐसे में रिपोर्ट में विद्यालय प्रशासन की ओर से ही रिपोर्ट में स्टाफ का टोटा व कैडेट नहीं होना बताया था। विद्यालय में एनसीसी को बंद करने के निर्देश जारी होने के बाद शुक्रवार को कोटा से एनसीसी अधिकारी सवाईमाधोपुर पहुंचे और विद्यालय मेें रखे घोष वादन व अन्य एनसीसी की सामग्री को ले गए।
नियमों की पेचीदगी भी आ रही आड़े


नियमानुसार एनसीसी ऑफिसर की उम्र 40 साल तक होना अनिवार्य है। विद्यालय में 40 साल का अध्यापक कार्यरत ही नहीं था। ऐसे में विद्यालय के कार्मिक प्रशिक्षित ही नहीं हो पा रहे हैं। एनसीसी द्वारा कार्मिक को प्रशिक्षण के लिए भेजने के संदर्भ में विद्यालय प्रशासन को पत्र भेजे लेकिन कार्मिक के नहीं जाने व कैडेट्स का दाखिला नहीं होने से बंद कर दिया।


एनसीसी के कोटा मुख्यालय की ओर से एनसीसी के संचालन व विद्यालय की ओर से नियुक्त टे्रनिंग ऑफिसर को टे्रनिंग के लिए कोटा भेजने को कहा लेकिन विद्यालय द्वारा रुचि नहीं दिखाने के कारण विद्यालय में एनसीसी को बंद किया जा रहा है।
सुरेन्द्र कुमार, नायब सूबेदार, एनसीसी कोटा


मुझे यहां कार्यभार ग्रहण किए महज छह माह हुए हैं। जब मंैने यहां ज्वॉइन किया तो एनसीसी बंद करने के संबंध में कोटा से पत्र आ गया था। एनसीसी की टीम शुक्रवार को सामान लेने आई थी। एनसीसी को दुबारा शुरू कराने के प्रयास किए जाएंगे।
ओमप्रभा, प्रधानाचार्या, राउमावि, साहूनगर, सवाईमाधोपुर