चर्चा के दौरान आंदोलन समाप्ती के समय आरक्षण को लेकर सरकार से हुए लिखित समझौते पर सरकार की बेरुखी पर भी सवाल उठे। इस पर कर्नल बैसला व उनके पुत्र विजय बैसला ने आरक्षण को समाज का हक बताते हुए पुनः अपने हक को मांग को लेकर समाज से तैयार रहने की अपील की।
इस दौरान पत्रिका से विशेष बात चीत में कर्नल किरोड़ी सिंह बैसला ने कहा पटरी वाले का जहां तक सवाल है। हम तो एक मुद्दे को लेकर आंदोलन करते रहे है। सरकार हमारी मांग को मानती नही। जबकि पूरा देश गुर्जर समाज की आरक्षण की मांग को वाजिब ठहरा रहा है। इसके बावजूद इस मांग को पूरा नही किया जाए तो हमारे पास आंदोलन के अलावा कोई रास्ता नही बचता। सरकार क्या कर रही है इसके बारे में उसका अभी तक हमे कुछ पता नही है। हम यह जानना चाहते है कि सरकार समझौते के ऊपर क्या कर रही है। इतना जानना तो हमारा अधिकार है। यदि समझौते के ऊपर सरकार कुछ नही कर रही है तो हम भी चुप थोड़े ना बैठेंगे। हमारा अधिकार है वो हम लेके रहेंगे। सरकार समझौते को कानूनी रूप से वर्णित करो।
मुद्दा है हमारा हम उस मुद्दे को लेकर चल रहे है। यदि संघर्ष की जरूरत पड़ी तो संघर्ष भी करेंगे। ओर आज भी संघर्ष जारी है। कर्नल किरोड़ी सिंह बैसला ने एक बार फिर सरकार को चेताते हुए कहा कि आंदोलन समाप्ति पर सरकार से हमारा लिखित समझौता हुआ था समझौते की सरकार अगले 15 दिन में पूर्ति करे, नही तो हम चुप नही बैठेंगे। हमने सरकार को 15 दिन का अल्टीमेटम दिया हुआ है।