
Mahashivratri Mela
शिवाड़.महाशिवरात्रि के मौके पर सवाईमाधोपुर जिले के शिवाड़ कस्बे में 11 से 16 फरवरी तक छह दिवसीय महाशविरात्रि महोत्सव का आयोजन होगा। शिवाड़ में भगवान शिव के बारहवें ज्योतिर्लिंग घुश्मेश्वर महादेव की पूजा-अर्चना के साथ इस दौरान विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। महोत्सव की तैयारियां अंतिम चरण में है। मान्यता है कि शिवाड़ में घुश्मेश्वर महादेव ज्योतिर्लिंग अवस्थित है। घुश्मा नामक ब्राह्मणी की भक्ति से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने यहां अवस्थित होने का वरदान दिया था। मंदिर का ऐतिहासिक महत्व भी है। आक्रांता महमूद गजनवी व अलाउद्दीन खिलजी ने यहां आक्रमण किया इसके भी प्रमाण मिले है।
घुश्मेश्वर द्वादशवां ज्योतिर्लिंग ट्रस्ट अध्यक्ष प्रेमप्रकाश शर्मा ने बताया कि में बताया कि महाशिवरात्रि महोत्सव की शुरुआत 11 फरवरी को दीप प्रज्ज्वलन के साथ होगी। सोमवार 12 फरवरी को भगवान शिव की पूजा-अर्चना के साथ विशाल शोभायात्रा व मंदिर के मुख्य शिखर पर ध्वजा फहराई जाएगी। दोपहर एक बजे आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आरएसएस के सम्पर्क प्रमुख शिवलहरी व संघ के प्रांत प्रचारक निम्बाराम होंगे। शाम को पारंपरिक जागरण होगा।
इसमें मुख्य अतिथि सवाईमाधोपुर के जिला कलक्टर केसी वर्मा होंगे। अध्यक्षता जिला पुलिस अधीक्षक मामनसिंह करेंगे। शर्मा ने बताया कि 13 फरवरी को दिनभर मंदिर प्रांगण में प्रदोष प्रत पूजा होगी। चार प्रहर पूजा के दौरान भक्ति संगीत के कार्यक्रम होंगे। अगले दिन 14 फरवरी को महाशिवरात्रि पूजा होगी। इसी दिन रात आठ बजे दशहरा मैदान में भजन संध्या होगी। भजन संध्या में मुख्य अतिथि संसदीय सचिव जितेन्द्र गोठवाल होंगे। निवाई विधायक हीरालाल रैगर, सवाईमाधोपुर नगरपरिषद सभापति डॉ.विमला शर्मा व निवाई नगरपालिका चैयरमेन राजकुमारी शर्मा भी अतिथि होंगे।
हर बार की तरह इस बार भी मंदिर ट्रस्ट की ओर से 15 फरवरी को रात नौ बजे से दशहरा मैदान में कवि सम्मेलन होगा। कवि सम्मेलन में प्रदेश के प्रमुख कवियों को आमंत्रित किया गया है। कवि सम्मेलन में मुख्य अतिथि टोंक विधायक अजित मेहता होंगे। सवाईमाधोपुर यूआईटी चैयरमेन जगदीश अग्रवाल व टोंक प्रधान जगदीश गुर्जर भी मुख्य अतिथि होंगे। मेले का समापन 16 फरवरी को होगा। समापन कार्यक्रम की मुख्य अतिथि शिवाड़ सरपंच गीतोदवी शर्मा होगी। ट्रस्ट की ओर से महाशिवरात्रि मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए व्यापक इंतजाम किए है। रेलमार्ग पर यह जयपुर-मुम्बई रेलमार्ग पर ईसरदा स्टेशन से तीन किलोमीटर दूर व जयपुर-टोंक सड़क मार्ग पर बरोसी से 20 किलोमीटर दूर शिवाड़ आने-जाने के लिए नियमित साधन उपलब्ध है।
लोककथा : विश्वास
एक युवक का विवाह हुआ और वह पत्नी को लेकर नाव में बैठा। दूसरी तरफ उसका गांव था। इतने में मौसम बिगड़ा और एक बड़ा तूफान आया। नाव डगमगाने लगी। पत्नी बहुत घबरा गई। मगर युवक शांत रहा। उसकी पत्नी ने कहा- 'तुम शांत बैठे हो, नाव डूबने को हो रही, मौत करीब है।Ó उस युवक ने झट से अपनी तलवार बाहर निकाली- 'पत्नी के गले पर तलवार लगा दी।Ó पत्नी तो हंसने लगी। उसने कहा- 'क्या तुम मुझे डराना चाहते हो? पति ने कहा- 'तुझे डर नहीं लगा, तलवार तेरी गर्दन पर थी। जरा-सा इशारा कि गर्दन इस तरफ हो जाएगी।Ó उसने कहा- 'जब तलवार तुम्हारे हाथ में है तो मुझे भय कैसा?Ó उसने तलवार वापस रख ली और कहा- 'यह मेरा उत्तर है। जब तूफान-आंधी उसके हाथ में हैं, तो मैं क्यों परेशान होऊं। डुबाना होगा तो डूबेंगे, बचाना होगा तो बचेंगे।
Published on:
11 Feb 2018 06:33 pm
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