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रणथम्भौर: पार्क भ्रमण के दौरान फिर अनियमितता, ट्रैक से उतारी जिप्सी

रविवार शाम की पारी का मामला

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सवाईमाधोपुर. रणथम्भौर में पार्क भ्रमण के दौरान अनियमितता का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला रविवार शाम की पारी में भ्रमण के दौरान सामने आया है। जानकारी के अनुसार शाम की पारी में रणथम्भौर के जोन चार पर बाघ की साइटिंग के लिए एक जिप्सी चालक ने नियमों को ताक में रखकर जिप्सी को निर्धारित ट्यूरिस्ट ट्रैक से नीचे उतारकर घास में खड़ा कर दिया और जिप्सी में सवार पर्यटक काफी देर तक बाघ को निहारते रहे।
यह है नियम
वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पार्क भ्रमण के दौरान पर्यटन वाहनों से पर्यटकों को वन विभाग की ओर से निर्धारित किए गए टï्यूरिस्ट ट्रैकपर ही भ्रमण कराने की अनुमति है। कोई भी पर्यटन वाहन चालक पर्यटन वाहन को निर्धारित ट्रैक से नीचे घास में नहीं उतार सकता है। इतना ही नहीं टाइगर साइटिंग के दौरान भी बाघ बाघिन व पर्यटन वाहन में कम से कम आठ से दस फीट की दूरी का होना आवश्यक है लेकिन इसके बाद भी पर्यटन वाहन चालक पर्यटन वाहनों को बाघ-बाघिनों के बिल्कुल नजदीक तक ले जाते हैं।
जुर्माने और प्रतिबंध का है प्रावधान
पार्क भ्रमण के दौरान यदि कोई पर्यटन वाहन चालक या गाइड नियमों की अवेहेलना करता हुआ पाया जाता है तो वन विभाग की ओर से संबंधित पर्यटन वाहन, चालक व गाइड पर प्रतिबंध व जुर्माना लगाने का प्रावधान है। पूर्व में भीकई बार विभाग की ओर से जुर्माना व प्रतिबंध लगाने की कार्रवाई की गई है लेकिन अब तक इस मामले में विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
पहले भी सामने आ चुके हैं मामले
रणथम्भौर में पार्क भ्रमण के दौरान अनियमिता का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी कई बार इस प्रकार के मामले सामने आ चुके हैं। पूर्व में एक बार जिप्सी को निर्धारित ट्रैक से उतारकर बाघिन के समीप ले जाने के मामले में विभाग की ओर से एक जिप्सी पर प्रतिबंध लगाया गया था। इतना ही नहीं पूर्व में एक बार एक गाइड द्वारा जोन की चैन को खींचकर तोडने का प्रयास करने का मामला भी सामने आ चुका है।
इनका कहना है…
पार्क भ्रमण के दौरान अनियमिता की शिकायत नहीं मिली है। मुझे इस बारे में जानकारी नहीं है। यदि ऐसा है तो मामले की जांच कराकर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
– मोहित गुप्ता, उपवन संरक्षक, रणथम्भौर बाघ परियोजना, सवाईमाधोपुर।

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