18 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

पहले प्रयास में RAS अधिकारी बने युवक की सड़क हादसे में मौत, परिजनों ने बताया मर्डर, 2 साल पहले पिता का भी ऐसे ही हुआ था निधन

Murder Allegations: RAS अधिकारी निर्मल वर्मा की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। उनका हाल ही में आरएएस में चयन हुआ था। निर्मल की मृत्यु पर परिजनों ने हत्या का संदेह जताते हुए प्रशासन से निष्पक्ष एवं त्वरित जांच की मांग की।

2 min read
Google source verification
RAS-Nirmal-Verma

फोटो: सोशल मीडिया

RAS Officer Nirmal Verma Road Accident Death: सवाईमाधोपुर जिले के बैरखंडी निवासी निर्मल वर्मा की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। निर्मल का हाल ही में राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) में चयन हुआ था। उनके असामयिक निधन से क्षेत्र में शोक की लहर फैल गई। वहीं परिजनों ने इसे सामान्य सड़क हादसा मानने से इनकार करते हुए हत्या की आशंका जताई है और निष्पक्ष जांच की मांग की है।

हादसे के बाद परिजनों ने किया हंगामा

जानकारी के अनुसार यह घटना बहतेड़ और मोरेल नदी के बीच हुई। हादसे की सूचना मिलते ही मलारना डूंगर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी भिजवाया। इधर, परिजन और ग्रामीण बुधवार सुबह करीब नौ बजे गंगापुर सिटी–सवाईमाधोपुर मार्ग पर पहुंच गए और सड़क जाम कर दिया।

रख दी मुआवजा और नौकरी की मांग

परिजनों ने प्रशासन के सामने 3 प्रमुख मांगें रखीं

  1. निष्पक्ष और त्वरित जांच
  2. 50 लाख रुपए का मुआवजा
  3. परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी

लिखित आश्वासन मिलने तक परिजनों ने न तो शव का पोस्टमार्टम कराने दिया और न ही सड़क से जाम हटाया।

जाम के कारण लग गई वाहनों की लंबी कतारें

जाम के कारण सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। रोजाना अप-डाउन करने वाले कर्मचारियों को वैकल्पिक मार्ग अपनाने पड़े। प्रशासन और पुलिस ने परिजनों को समझाने का प्रयास किया लेकिन वे अपनी मांगों पर अड़े रहे।

पिता की मौत भी बताई संदिग्ध

परिजनों ने जिला कलक्टर को दिए ज्ञापन में बताया कि निर्मल वर्मा पुत्र छीतरमल मंगलवार शाम करीब 6:30 बजे छात्रावास से घर लौट रहा था। शाम 7:17 बजे उन्हें उसकी मौत की सूचना मिली। उन्होंने यह भी बताया कि जून 2023 में निर्मल के पिता की भी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई थी, जिसे उस समय दुर्घटना बताया गया था।

प्रशासन के आश्वासन के बाद खुला रास्ता

लगभग 7 घंटे चली बातचीत के बाद मलारना डूंगर एसडीएम संदीप कुमार ने 15 दिन में निष्पक्ष जांच कर वास्तविक स्थिति सामने लाने और मुआवजा व नौकरी के प्रस्ताव को सरकार तक भेजने का लिखित आश्वासन दिया। इसके बाद शाम करीब चार बजे परिजन जाम हटाने और शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए राजी हुए। रास्ता खुलने पर लोगों ने राहत की सांस ली।