पाइप लाइन, टेलीफोन केबल, नल कनेक्शन समेत अन्य के लिए सड़क खोदने से पहले संबंधित नगर निकाय से अनुमति लेनी पड़ती है। इसके लिए शुल्क भी जमा कराना होता है। काम खत्म होने पर खोदी गई सड़कों की वैसी ही मरम्मत करनी पड़ती है, जैसे वो पहले थी। इस दौरान सीसी सड़क की मरम्मत सीमेंट तथा डामरीकृत सड़क की मरम्मत डामर से करनी पड़ती है। ऐसा नहीं करने वाली एजेंसी तथा ठेकेदार को जुर्माना भुगतना पड़ता है।
नगरपरिषद ने पिछले एक वर्ष में शहर के विभिन्न इलाकों में कई सड़के बनवाई है। पाइप लाइन डालने के लिए इसमें से अधिकांश सड़कों को खोद दिया गया। अधिकतर पाइप लाइने जलदाय विभाग की है। जलदाय विभाग ने भी पाइप लाइन डालने के लिए टेंडर जारी थे। इसमें टेंडर लेने वाले ठेकेदार काम पूरा होने के बाद महज मिट््टी से भरकर सड़क को छोड़ देते है। ऐसे में टूटी सड़कों से लोगों की परेशानी बढ़ रही है।
गली-मोहल्लों में सड़क बनवाने के लिए लोगों को कई बार प्रशासन तथा जनप्रतिनिधियों से गुहार करनी पड़ती है। इसके बाद सड़क का निर्माण किया जाता है। लेकिन पाइप लाइन, नल कनेक्शन व केबल डालने के बाद सड़क को बिना मरम्मत के छोड़ दिया जाता है।
जलदाय विभाग ने पिछलों ने शहर व बजरिया में पाइप लाइन डालने के लिए सड़कों की खुदाई की थी। इसमें खत्री मोहल्ल, मिश्र मोहल्ला, केशव नगर, हाऊसिंग बोर्ड सहित एक दर्जन से अधिक गली-मोहल्लों में सड़कों को खोद रखा है। लेकिन इनकी मरम्मत आज तक नहीं हुई है। ऐसे ही हालात अन्य कई कॉलोनियों की बनी है।
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अगले सप्ताह शुरू होगा कार्य
शहर व बजरिया में पाइप लाइन डालने के लिए जिन गली-मोहल्लों में सड़कों की खुदाई कर मिट््टी डालकर छोड़ रखा है। इसके लिए अगले सप्ताह तक टेण्डर जारी कर सड़कों की मरम्मत कराई जाएगी।
हरज्ञान मीणा, अधिशासी अभियंता, जलदाय विभाग, सवाईमाधोपुर