
वसूली का दबाव, अवकाश में भी काम
गंगापुरसिटी. मौसम का मिजाज बदलना उपभोक्ताओं के साथ विद्युत निगम कर्मियों को भी भारी पड़ रहा है। हवा के झोंकों में जहां विद्युत लाइनों के तार टूट रहे हैं तो ट्रांसफॉर्मर आदि के भी फ्यूज उड़ रहे हैं। हालांकि मौसम के बिगड़ते मिजाज को देखते हुए सुरक्षा की दृष्टि से निगमकर्मी सावचेत हो जाते हैं। आंधी या तेज हवा चलने पर बिजली बंद कर दी जाती है। जिससे अप्रिय घटनाओं बचा जा सके। शुक्रवार रात को भी आई आंधी ने निगम की लाइनों के तार तोड़ दिए। जिससे लोगों को रात बिजली ट्रिपिंग की समस्या के बीच गुजारनी पड़ी। निगम सूत्रों के अनुसार रात को आई आंधी से काजी कॉलोनी फीडर की 11केवी लाइन का तार टूट गया। इससे बिजली आपूर्ति प्रभावित हो गई। हालांकि इस दौरान आंधी के चलने से बिजली निगम की ओर से पहले से ही आपूर्ति बंद की हुई थी। इससे किसी प्रकार की कोई जनहानि नहीं हुई। बाद में निगमकर्मी रात को ही लाइन को दुरुस्त करने में जुटे। लाइन के दुरुस्त होने के बाद बिजली आपूर्ति हो पाई।
आधी रात आई आंधी ने किया परेशान
मुख्यालय समेत क्षेत्र मेें शुक्रवार रात करीब 12 बजे आंधी आई। शीतल चांदनी के बीच आंधी के बाद ठण्डी हवा से लोगों को गर्मी से राहत मिल गई, लेकिन आंधी के दौरान उड़कर आई मिट्टी घरों में जमा हो गई। इस दौरान लोगों ने घरों व कमरों के दरवाजे व खिड़कियां बंद कर मिट्टी को अंदर आने से रोकने का प्रयास भी किया, लेकिन बिजली के नहीं होने से वे गर्मी के चलते परेशान रहे। उन्हें हवा के लिए मजबूरी में खिड़कियां खोलनी पड़ी। इधर ग्रामीण क्षेत्र में घरों के बाहर चौक में व आंगन में चारपाई बिछाकर सो रहे लोगों को भी आंधी ने झकझोर दिया। मिट्टी से बचने के लिए उन्होंने भी जतन किए। शुरुआत में तेज हवा के झोंकों के साथ चली हवा के बाद इसकी गति में कमी आई। हालांकि यह क्रम तड़के तीन बजे तक चला।
सैनिक नगर में आई खराबी
आंधी के दौरान शहर के विभिन्न स्थानों पर लगे कुछ ट्रांसफॉर्मरों में भी खराबी आ गई। सैनिक नगर स्थित एक ट्रांसफॉर्मर का आंधी के बाद बिजली चालू करते ही फ्यूज उड़ गया। इसी प्रकार अन्य ट्रांसफॉर्मरों पर भी खराबी आई। जिन्हें दुरुस्त करने के दौरान बिजली की ट्रिपिंग से उपभोक्ता परेशान रहे।
इनवर्टर भी बोले
रात को बिजली लम्बे समय तक गुल रहने से जिन लोगों के घरों पर इनवर्टर व जनरेटर की सुविधा थी, वे भी कुछसमय बाद ही अपने मालिकों को जवाब दे गए।
ज्यादा देर तक वे भी नहीं चले। ऐसे में उन्हें भी गर्मी में रात गुजारनी पड़ी। बिजली गुल रहने के दौरान शहर की सड़कों, गली-मोहल्लों व घरों में अंधेरा पसरा रहा। बादलों की ओट से चन्द्रमा निकलने के दौरान चांदनी में कुछ अंधेरा दूर हुआ।
दिनभर रही गर्मी
शनिवार को दिनभर गर्मी रही। हालांकि सूरज कई बार बादलों की ओट में आया, लेकिन हवा नहीं चलने से उमस बनी रही। सरकारी छुट्टी का इिन होने से बाजारों में लोगों की भीड़ कम ही रही।
शाम को बादल छाने के साथ ही आंधी आने के आसार भी नजर आए। काले बादल भी नजर आए। इससे फिर निगम के अभियंताओं की धड़कने तेज हो गई कि मौसम का मिजाज लाइनों को नुकसान पहुंचा सकता है।
हालांकि आंधी नहीं आई, लेकिन आसमान में धूल के गुबार रहने माहौल घुटन भरा रहा। हवा नहीं चलने से लोग परेशान रहे।
रख-रखाव अभियान की खुल रही पोल
निगम की ओर से अक्सर बिजली की लाइनों की मरम्म्त, रख-रखाव आदि कार्यों को लेकर हर मौसम में अभियान चलाया जाता रहा है। इस दौरान बिजली की घोषित कटौती भी की जाती है, लेकिन तेज हवा के झोंके इन सब प्रयासों व अभियानों की पोल खोल रहे हैं। निगम की लाइनें हवा के झोंकों के सामने कच्चे धागे साबित हो रही हैं। इसका कारण है कि कई लाइनों के तार खींचने के बाद लम्बे समय से बदले ही नहीं जा रहे। वे पुराने व लगातार करंट के प्रवाह को झेलने के कारण कमजोर पड़ जाते हैं और हवा के झोंकों को सह नहीं पाते।
तार टूट गया था
रात को आंधी के दौरान काजी कॉलोनी फीडर का तार टूट गया था। जिसे दुरुस्त कर रात को ही बिजली सुचारू करा दी थी। आंधी या तेज हवा के चलने के दौरान सुरक्षा की दृष्टि से बिजली बंद कर दी जाती है।
सचिन भाटी, जेईएन विद्युत वितरण निगम, गंगापुरसिटी।
Published on:
03 Jun 2018 10:41 am
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