
नई दिल्ली।ऑस्ट्रेलिया में एक छोटा स्तनधारी जीव पिग्मी मारसूपियल पाया जाता है जो विलुप्त होने की कगार पर है। ये जीव यूं तो चूहे की तरह दिखता है। पिग्मी पॉसम के नाम से भी जानी जाने वाली ये प्रजाति बचाई जा सकती है लेकिन इन्हें अल्पाइन की पहाड़ियों से लाकर तराई क्षेत्रों में लाना होगा। दुनिया का सबसे छोटे इस जीव का वजन केवल 10 से 50 ग्राम के बीच होता है और पांच से 12 सेंटीमीटर लंबा होता है। आमतौर पर फल और बीजों पर निर्भर रहने वाले 2500 पॉसम अभी भी जंगलों में रहते हैं। बदलते मौसम की वजह से इन जीवों के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है।
बदलते मौसम की मार
पिग्मी पॉसम चट्टानों में बिल बनाकर रहते हैं। यहां रहने से उन्हें उचित गर्मी मिलती है। ये पूरी सर्दियों के मौसम में सोते रहते हैं। हाल के कुछ दशकों से मौसम का चक्र बिगड़ने की वजह से इनकी संख्या कम हो रही है। यूनिवर्सिटी ऑफ न्यू साउथ वेल्स के एसोसिएट प्रोफेसर हेले बेट्स ने बताया, "पिग्मी पॉसम को जमा देने वाली ठंड से कुछ ज्यादा तापमान की जरूरत होती है, लेकिन मौसम के चक्र के बदलने के कारण ऐसा नहीं हो पा रहा है। हवाएं या तो बहुत ठंडी रहती हैं या ज्यादा गर्म।"
विलुप्त होने से बचाया जा सकता है
गौरतलब है कि ये ठंडभर सोते रहते हैं लेकिन मौसम के बदलने की वजह से ये नींद में ही मर जाते हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ न्यू साउथ वेल्स के वैज्ञानिकों ने इस प्रजाति को बचने के लिए तराई क्षेत्रों में कृत्रिम बिल तैयार किए जहां इन्हें बसाया गया। करीब 25 पिग्मी पॉसम से बनी इस कॉलोनी को बसाया गया और इनपर दो वर्षों तक अध्ययन किया गया। अध्ययन में पाया गया कि अगर तराई क्षेत्रों में इनके लिए सही इंतज़ाम किए गए तो इस प्रजाति को बचाया जा सकता है।
Published on:
07 Nov 2019 10:59 am
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