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वैज्ञानिकों ने किया खुलासा, कैसे अपने अगले दो पैरों पर चल पाते हैं कुछ खरगोश

कुछ लोग बड़ी आसानी से अपने हाथों के बल पर चल पाते हैं तो कुछ जानवर बिना सिखाए भी शीर्षासन कर लेते हैं।

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Sunil Sharma

Apr 09, 2021

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वर्ष 1935 में एक फ्रेंच डॉक्टर ने एक खरगोश देखा। यह खरगोश दिखने में तो साधारण खरगोशों जैसा ही था मगर अपने अगले दोनों पैरों पर खड़े होकर चलता था। इसकी इसी खूबी ने उसे सबसे अलग और खास बना दिया था। लेकिन वो खरगोश यह कैसे कर पाता था, इस रहस्य का खुलासा वैज्ञानिक इतने लंबे समय के बाद जाकर अब कर पाए हैं।

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म्यूटेशन की वजह से ही जानवर बिना सिखाए करतब कर पाते हैं
वैज्ञानिकों के अनुसार ऐसा जेनेटिक म्यूटेशन की वजह से होता है। वैज्ञानिकों ने एक ऐसे जीन का पता लगाया है जो रीढ़ की हड्डी को नियंत्रित करता है और उसी के आधार पर तय होता है कि कोई भी जीव (जानवर या मनुष्य) किस तरह चलेगा। इस जीन के कारण ही कुछ लोग बड़ी आसानी से अपने हाथों के बल पर चल पाते हैं तो कुछ जानवर बिना सिखाए भी शीर्षासन कर लेते हैं।

लंदन यूनिवर्सिटी में न्यूरोसाइंटिस्ट स्टेफनी कोच के अनुसार हमारा नर्वस सिस्टम ही तय करता है कि हम किस तरह की गतिविधि करेंगे, किस तरह अपनी बॉडी को मूव करेंगे। नर्वस सिस्टम में किसी तरह की गड़बड़ी होने पर आदमी के मूवमेंट में दिक्कत आने लगती है। हमें कब मूव करना है, इसके लिए शरीर के सभी अंगों का संतुलन बनाना जरूरी है, चलने-फिरने से जुड़ी मसल्स का सही समय पर मूव होना और सिकुड़ना, फैलना जरूरी है। ये सभी चीजें हमारी स्पाइनल कोर्ड से संचालित होती हैं। इसी के आधार पर आदमी या कोई भी प्राणी चल-फिर पाता है।

रीढ़ की हड्डी में मौजूद नर्व सेल्स (ये दिमाग में नहीं होती हैं) जिन्हें सेंट्रल पैटर्न जनरेटर भी कहा जाता है, शरीर के हिलने-डुलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इन नर्व्स पर किए गए शोध से पता चला है कि कुछ खास जीन इन नर्व सेल्स को संचालित करते हैं और वही तय करते हैं कि कोई किस तरह चलेगा।

जीन में बदलाव कर आदमी की चाल बदली जा सकती है
वैज्ञानिकों के अनुसार इन जीन्स में यदि कुछ बदलाव कर दिया जाए तो ये उस जीव के चलने-फिरने के पैटर्न में भी बदलाव कर देंगे। यही कारण है कि वह खरगोश अपने पिछले पैरों की बजाय अगले पैरों पर खड़े होकर चलता था और ऐसा करने वाला वह अकेला अजूबा नहीं था वरन दुनिया में ऐसे कई दूसरे जानवर भी देखे गए हैं जो उसी खरगोश की तरह अपने अगले पैरों पर खड़े होकर पिछले पैरों को हवा में उठाकर आराम से चल लेते हैं।

कई हॉलीवुड फिल्में बन चुकी हैं म्यूटेशन पर
अगर आपने एक्स-मैन या स्पाइडरमैन मूवी देखी है तो आपने नोट किया होगा कि किस तरह एक सामान्य आदमी में अचानक ही किसी कारण से असामान्य शक्तियां आ गई और वह बाकी सब से अलग हो गया। एक्स-मैन मूवी सीरिज में तो ऐसे लोगों को बाकायदा म्यूटेंट नाम भी दिया गया है। यह वही म्यूटेशन है जिसकी वैज्ञानिक बात करते हैं। सरल शब्दों में हम भी कह सकते हैं कि आगे के दो पैरों पर चलने वाला खरगोश एक्स-मैन सीरिज का म्यूटेंट ही है।